नई दिल्ली। पहलवान सागर धनकड़ की हत्या के आरोप में तिहाड़ की मंडोली जेल में बंद ओलंपियन सुशील कुमार को लेकर आए दिन नई नई बातें सामने आती रहती हैं। कभी वह रह रहकर रोने लगता है तो कभी पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाता है कि उन्होंने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी। अब जेल के अंदर से एक और बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि जेल में दिए जाने वाले खाने से सुशील कुमार का पेट नहीं भर रहा है और इसलिए उसने अतिरिक्त भोजन की मांग की है।
पहलवान सुशील कुमार जेल की आठ रोटियों, दो कप चाय और चार बिस्कुट को अपने लिए कम बता रहे हैं। सुशील का कहना है कि उनका पेट अन्य कैदियों को मिलने वाली खुराक से नहीं भर पाता है। उन्हें कुछ अधिक खाना चाहिए होता है। साथ ही ऐसा भोजन चाहिए जिसमें प्रोटिन अधिक हो।
बताया जाता है कि जरूरत पड़ी तो वह अपनी इस समस्या के समाधान के लिए अदालत से भी आग्रह कर सकते हैं। मालूम हो कि चार मई की रात सागर धनखड़ की हत्या की घटना के बाद से सुशील एक से दूसरी जगह भाग रहा था। इस दौरान उसे अपने परिवार वालों से बात करने का मौका नहीं मिला था। मंडोली जेल पहुंचने के बाद वह बहुत डरा हुआ था। इसी दौरान उसे उसके परिजनों से बात करने की अनुमति दी गई थी। परिजनों से बात करते ही वह फफक कर रो पड़ा था।
बुधवार देर रात जेल पहुंचा सुशील इतना डरा हुआ था कि उस दिन जेल प्रशासन की तरफ से दिया गया खाना भी उसने नहीं खाया। जेल सूत्रों का कहना है कि रात में सुशील को जेल में नींद नहीं आई। वह काफी देर तक करवटें बदलता रहा और किसी बात को लेकर मंथन करता हुआ नजर आया। हालांकि सुबह से जेल की दिनचर्या में सुशील जुट गया। जेल में कुछ देर के लिए उसने व्यायाम भी किया।
अधिकारियों का कहना है कि पहलवान सुशील कुमार की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जेल प्रशासन ने बताया कि जेल में लाए जाने से पहले पुलिस ने सुशील का कोविड टेस्ट कराया था। इसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जेल में आने के बाद सुशील का कोविड टेस्ट नहीं कराया गया है। जरूरत महसूस होने पर जेल में भी कोविड टेस्ट कराया जाएगा।
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