
डेस्क: सीरिया के बहिष्कृत राष्ट्रपति बशर अल-असद ने करीब 250 मिलियन डॉलर (लगभग 2,082 करोड़ रुपये) की नकद राशि को रूस की राजधानी मॉस्को में एयरलिफ्ट कर दी है. ये लेनदेन साल 2018 और 2019 के बीच किए गए थे. जिसमें लगभग दो टन 100 डॉलर के नोट और 500 यूरो के करेंसी नोट शामिल थे.
रिपोर्ट के अनुसार, ये बैंक नोट मॉस्को के वेनुकोवो एयरपोर्ट पर भेजे गए थे और वहां से रूसी बैंकों में जमा किए गए थे, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा था. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि असद के रिश्तेदार उसी दौरान रूस में गुप्त रूप से संपत्तियां खरीद रहे थे.
फाइनेंशियल टाइम्स ने कहा कि इन लेनदेन से यह स्पष्ट होता है कि असद शासन ने पश्चिमी देशों प्रतिबंधों को लांघने के लिए किस हद तक कदम उठाए जिसकी वजह से वह फाइनेंशियल सिस्टम से बाहर हो गया था.
वहीं, इस्लामिक विद्रोहियों की ओर से 11 दिनों तक चलाए गए विद्रोही हमलों के बाद असद 8 दिसंबर (रविवार) को सीरिया से भाग निकले और अभी रूस की राजधानी मॉस्को में हैं. सीरिया में 2011 से चल रहा गृह युद्ध अब तक 500,000 से अधिक लोगों की जान ले चुका है और देश की आधे से अधिक आबादी को विस्थापित कर चुका है.
असद के शासन पर कई विपक्षी नेताओं ने भी आरोप लगाया है कि उसने सीरिया की संपत्ति की लूट ली और युद्ध को वित्तपोषित करने के लिए आपराधिक गतिविधियों का सहारा लिया.
अमेरिका के पूर्व सहायक विदेश मंत्री डेविड शेंकर ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा कि असद शासन के इन ट्रांसफरों से कोई हैरानी नहीं हुई. उन्होंने कहा, “असद शासन को अपना पैसा विदेश भेजने की जरूरत थी ताकि वह उसे अपने और अपने करीबी सर्कल के लिए सुखी जीवन जीने के लिए इस्तेमाल कर सके.”
सीरियाई कानूनी विकास कार्यक्रम के वरिष्ठ शोधकर्ता एयाद हमीद ने कहा कि रूस वर्षों से असद शासन के लिए एक सुरक्षित ठिकाना रहा है. रूस ने असद शासन का कई वर्षों तक समर्थन किया, लेकिन यह संबंध उस समय और मजबूत हुआ जब रूसी कंपनियां सीरिया की फास्फेट आपूर्ति श्रृंखला में शामिल हुईं.
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