
ताइपे। ताइवान और चीन के बीच जारी तनाव अब खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है, और ड्रैगन किसी भी हद के पार करने के लिए बेताब दिख रहा है। दरअसल, चीन ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए जेट और बमवर्षक सहित दर्जनों लड़ाकू विमान ताइवान की ओर भेजे हैं। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चीन की सेना ने शुक्रवार सुबह 6 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे के बीच 37 प्लेन और 7 नेवी के जहाज भेजे। बता दें कि चीन पिछले कुछ समय से ताइवान को लेकर कहीं ज्यादा आक्रामक हो गया है।
चीन ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब ताइवान मिलिट्री ड्रिल की तैयारी कर रहा है ताकि समय आने पर चीन के संभावित हमले का मुकाबला किया जा सके। ताइवान अगले हफ्ते अपने सालाना हान कुआंग युद्धाभ्यास करने की तैयारी कर रहा है। इस दौरान वह अपनी लड़ाकू क्षमता का अभ्यास करेगा ताकि आक्रमण का मुकाबला किया जा सके। वह वार्षिक ‘वान एन’ अभ्यास करेगा जिसका उद्देश्य हवाई हमले के दौरान या प्राकृतिक आपदा आने की स्थिति में उनसे निपटने के लिए गैर सैनिकों को तैयार करना है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने शुक्रवार सुबह 6 बजे से शनिवार सुबह 6 बजे के दौरान द्वीप के आसपास 37 विमान और 7 नेवी पोत भेजे। बयान के मुताबिक, चीन द्वारा भेजे गए विमानों में J-10 और J-16 लड़ाकू विमान और H-6 बमवर्षक थे। इनमें से 22 ने ताइवान जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया। यह एक अनौपचारिक सीमा है जिसे द्वीप और मुख्य भूमि चीन के बीच एक बफर जोन माना जाता था। गृह युद्ध के बाद 1949 में ताइवान और चीन अलग हो गए थे हालांकि ड्रैगन आज भी उसे अपना ही हिस्सा मानता है।
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