
इंदौर। एमवाय (MY) के चर्चित कांड (famous scandal) में जिन दो बच्चियों (two baby girls) की मौत हो गई थी, उनमें से एक आदिवासी बच्ची (tribal girl child) को पहले लावारिस घोषित कर अंतिम संस्कार के प्रयास किए जा रहे थे, मगर जयस के साथियों ने उसके माता-पिता को ढूंढ निकाला, जो धार जिले के सरदारपुर स्थित गांव राजौदा के निवासी हैं।
मंजू पति देवाराम को जयस ने ढूंढा। एडव्होकेट लोकेश मुजाल्दा के मुताबिक बच्ची के पिता और अन्य परिजन को एमवाय लाया जा रहा है और साथ ही हमारी मांग है कि मेडिकल कालेज के डीन और एमवाय अस्पताल के सुप्रीडेंडेन को पहले निलंबित किया तब तक हम शव एमवाय के बाहर नहीं लेकर निकलेंगे। साथ ही शासन प्रशासन से दोनों बच्चियों के लिए एक-एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि की भी की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में श्री मुजाल्दा के मुताबिक चूहों कुतरने से ही बच्चों की मौत हुई और आदिवासी बच्ची की तो तीन उंगलियां चूहे खा गए। जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही उजागर हुआ और उसी से उसकी मौत हुई।
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