img-fluid

US नागरिकता पाने के लिए ट्रंप प्रशासन ने नई परीक्षा लागू की, जानिए कितने सवाल होंगे शामिल

September 19, 2025

नई दिल्‍ली । अमेरिकी राष्ट्रपति(us President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)का प्रशासन इमिग्रेशन सिस्टम(immigration system) को दुरूस्त करने की मुहिम में जुटा हुआ है। इसी के तहत अमेरिकी सरकार ने 2020 की उस पुरानी व्यवस्था को फिर से लागू करने का फैसला किया है, जिसके तहत अमेरिका की नागरिकता लेने वालों को नागरिक शास्त्र की लिखित परीक्षा पास करनी होती थी। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवाओं (USCIS) ने इसी सिलसिले में नागरिक शास्त्र परीक्षा के एक नए संस्करण की घोषणा की है, जो 2025 में प्रभावी होगी।


एक प्रेस विज्ञप्ति में, इमिग्रेश विभाग ने कहा कि उसने 2025 से फिर से नागरिक शास्त्र परीक्षा को अनिवार्य करने की घोषणा करते हुए संघीय रजिस्टर नोटिस जारी किया है। यह नई परीक्षा उन लोगों के लिए जरूरा है जो अमेरिका की नागरिकता लेना चाहते हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस नागरिक शास्त्र परीक्षा का उद्देश्य अमेरिकी इतिहास और सरकार के बारे में आवेदक के ज्ञान का आंकलन करना है।

अमेरिकी इतिहास और राजनीतिक व्यवस्था की समझ जरूरी

USCIS के प्रवक्ता मैथ्यू ट्रैगेसर ने कहा, “अमेरिकी नागरिकता दुनिया की सबसे पवित्र नागरिकता है और इसे केवल उन विदेशियों के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए जो एक राष्ट्र के रूप में हमारे मूल्यों और सिद्धांतों को पूरी तरह से अपनाएंगे।” विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमेरिकी नागरिक बनने के लिए आवेदन करने वाले अप्रवासियों को यह भी साबित करना होगा कि वे आवेदन देने से पहले कम से कम 3 या 5 वर्षों तक अमेरिका में वैध स्थायी निवासी के रूप में रह चुके हैं; वे अंग्रेजी पढ़, लिख और बोल सकते हैं; और उन्हें अमेरिका के इतिहास और राजनीतिक व्यवस्था की बुनियादी समझ है।

20 में से 12 प्रश्नों के सही उत्तर देने होंगे

नई व्यवस्था में परीक्षा के नए स्वरूप के तहत, आवेदकों को अमेरिकी इतिहास और राजनीति से संबंधित 128 प्रश्नों का अध्ययन करना होगा और उनमें से 20 में से 12 प्रश्नों के सही उत्तर देने होंगे। इससे पहले, 2008 में शुरू हुई इसी परीक्षा के तहत, नागरिकता पाने वाले आवेदकों को 100 प्रश्नों को पढ़ना होता था और उनमें से 10 में से 6 प्रश्नों के सही उत्तर देने होते थे।

परीक्षा मौखिक लेकिन प्रश्न बहुविकल्पीय नहीं

यह परीक्षा मौखिक रूप से ली जाती है और प्रश्न बहुविकल्पीय नहीं होते। अधिकांश प्रश्नों के कई स्वीकार्य उत्तर होते हैं। परीक्षा में असफल होने वालों को पास होने का दूसरा मौका भी दिया जाता है लेकिन अगर वे दोबारा फेल होते हैं, तो उनका नागरिकता आवेदन रद्द कर दिया जाता है। 65 वर्ष या उससे अधिक आयु के वे लोग जो 20 या उससे अधिक वर्षों से अमेरिका में स्थायी निवासी के रूप में रह रहे हैं, उन्हें केवल 20 प्रश्नों को पढ़कर ही जवाब देना होता है और वे अपनी पसंदीदा भाषा में नागरिकता परीक्षा दे सकते हैं। नई व्यव्था में कुछ नए प्रश्न जोड़े गए हैं जो 10वें संविधान संशोधन, संघीय दस्तावेजों, पूर्व राष्ट्रपति ड्वाइट डी. आइजनहावर, संस्थापक पिता अलेक्जेंडर हैमिल्टन और जेम्स मैडिसन और अमेरिकी इनोवेशन के उदाहरणों से संबंधित हैं।

जो बाइडेन के तर्क क्या थे?

यह नई परीक्षा उन लोगों पर लागू होगी जो मिड अक्टूबर के बाद नागरिकता के लिए आवेदन करेंगे। बता दें कि ट्रंप के पूर्ववर्ती राष्ट्रपति जो बाइडेन की सरकार ने इस व्यवस्था को खत्म कर दिया था लेकिन ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल की इस व्यवस्था को फिर से लागू करने का फैसला किया है। ट्रम्प प्रशासन द्वारा कानूनी आव्रजन प्रक्रिया को और कड़ा करने की दिशा में उठाया गया यह नया कदम है। बाइडेन प्रशासन का तर्क था कि अतिरिक्त प्रश्न नागरिक बनने के इच्छुक कानूनी अप्रवासियों के लिए अनावश्यक बाधाएँ पैदा करते हैं।

Share:

  • भारत-चीन को धमकाया तो अमेरिका की खैर नहीं; रूस के विदेश मंत्री ने डोनाल्ड ट्रंप को चेताया

    Fri Sep 19 , 2025
    नई दिल्‍ली । रूस(Russia) के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव(Foreign Minister Sergei Lavrov) ने अमेरिका की शुल्क(US tariffs) और दबाव की राजनीति(Politics) की कड़ी आलोचना(severe criticism) की है। साथ ही उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि भारत और चीन जैसी प्राचीन सभ्यताओं को धमकियों और अल्टीमेटम से डराया नहीं जा सकता है। लावरोव रूस […]
    सम्बंधित ख़बरें
    लेटेस्ट
    खरी-खरी
    का राशिफल
    जीवनशैली
    मनोरंजन
    अभी-अभी
  • Archives

  • ©2025 Agnibaan , All Rights Reserved