
उज्जैन। शहर की पुलिस को पता ही नहीं था कि उज्जैन में हवाला कारोबार डेढ़ वर्षों से चल रहा है और प्रतिदिन 1 से डेढ़ करोड़ रुपए का हवाला होता था। हवाला एजेंट को अभी हिरासत में ले रखा है जबकि अन्य को छोड़ दिया गया। पुलिस ने बताया कि हवाला कारोबार शहर में 20-25 जगहों से चलता है और कई लोग घरों से करते हैं। मुख्य बात यह है कि चुनावी आचार संहिता के बीच कार्रवाई हुई है। इससे ऐसा लगता है कि इस कारोबार की जानकारी पूर्व में पुलिस को थी।
पुलिस ने हवाला कारोबार के इस गौरखधंधे को धारा 102 सीआरपी के तहत संदिग्ध संपत्ति के रूप में केस दर्ज किया है। जीएसटी एवं इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को इस धनराशि को लेकर सूचित किया गया है। हवाला का यह कारोबार टैक्स चोरी के साथ ही अवैध लेन-देन करने वाले दलालों का एक बड़ा नेटवर्क है जो देशभर में फैला हुआ है। यह कारोबार एक तरह से अवैध बैंकिंग की तरह है जिसमें लाखों रुपए का लेन-देन बगैर टैक्स चुकाए किया जाता है। सोमवार को पुलिस ने फ्रीगंज स्थित विजयवर्गीय टॉवर में गल्ला व्यापारी लोकेश उर्फ लक्की जैन अलकापुरी के ऑफिस में दबिश दी थी। क्राईम ब्रांच सीएसपी विनोद मीणा एवं माधवनगर थाना प्रभारी मनीष लोधा जब दबिश देने के लिए पहुँचे तब भी कई व्यापारी हजारों रुपए लेकर जमा करने के लिए यहाँ मौजूद थे।
इंदौर, गुजरात के कनेक्शन
हवाला के इस अवैध धन में उज्जैन के 15 से 20 व्यापारियों का पैसा लगा हुआ है। यह राशि गुजरात सहित इंदौर के एक कारोबारी के पास जाने वाली थी। माधवनगर टीआई मनीष लोधा ने बताया मुख्य आरोपी लोकेश से पूछताछ की जा रही है कि उज्जैन, इंदौर के किन व्यापारियों के रुपए इसमें लगे हुए हैं। गल्ला व्यापारी लोकेश की कॉल डिटेल भी निकलवाई गई है। 200 एक लाख पर लिए जाते थे।
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