
नई दिल्ली। भाजपा सांसद (BJP MP) वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने कोरोना और ओमिक्रॉन (Corona and Omicron) के लगातार बढ़ रहे खतरे (Growing Dangers) को देखते हुए रात में कर्फ्यू लगाने (Imposition of Curfew at Night) और दिन में बड़ी-बड़ी रैलियों में लाखों लोगों की भीड़ जुटाकर (Rallies of Lakhs of People during the Day) शक्ति प्रदर्शन करने की पर सवाल उठाते हुए (Raised Questions) कहा कि यह रवैया सामान्य जनता की समझ से परे हैं।
वरुण गांधी ने ट्वीट कर कहा, रात में कर्फ्यू लगाना और दिन में रैलियों में लाखों लोगों को बुलाना – यह सामान्य जनमानस की समझ से परे है। भाजपा सांसद ने प्राथमिकता तय करने की बात करते हुए आगे अपने ट्वीट में लिखा , उत्तर प्रदेश की सीमित स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के मद्देनजर हमें ईमानदारी से यह तय करना पड़ेगा कि हमारी प्राथमिकता भयावह ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकना है अथवा चुनावी शक्ति प्रदर्शन। दरअसल, देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना और ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए पांच राज्यों में होने वाले विधान सभा चुनाव को टालने की मांग भी की जाने लगी है। हाल ही में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव टालने को लेकर अपील की थी।
चुनाव आयोग ने अभी विधान सभा चुनाव की आधिकारिक तारीखों का एलान नहीं किया है, लेकिन तमाम राजनीतिक दल रैलियों और रोड शो में लाखों लोगों की भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। वरुण गांधी के इस ट्वीट ने इसे लेकर फिर से सवाल खड़ा कर दिया है।
हालांकि इलाहाबाद हाईकोर्ट की अपील पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भाजपा मुख्यालय में मीडिया से कहा था कि किस जगह पर कौन सी राजनीतिक गतिविधि होनी चाहिए या नहीं होनी चाहिए, यह तय करने का दायित्व एक संवैधानिक संस्था ( चुनाव आयोग ) के पास है और वही इस मामले को देखेगी।
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