
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच जन सुराज आंदोलन के संस्थापक प्रशांत किशोर के चुनाव न लड़ने के फैसले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने इस निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. चिराग पासवान ने कहा कि अगर आप आगे आकर नेतृत्व नहीं कर सकते तो पार्टी आप पर विश्वास कैसे करेगी? प्रशांत जी का फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं का विश्वास तोड़ देगा.”
उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई नेता खुद मैदान में उतरने से कतराता है, तो कार्यकर्ताओं में निराशा फैलती है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने अपने बयान में प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) की राजनीतिक रणनीति (Political Strategy) पर सवाल उठाते हुए कहा कि नेतृत्व का अर्थ केवल योजनाएं बनाना नहीं, बल्कि जमीन पर उतरकर जनता के बीच रहना भी है.
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