मुंबई। 80 के दशक की क्यूट बच्ची बेबी गुड्डू जब 3 साल की थीं तब फिल्मों में आईं। उन्होंने कई फिल्मों में दमदार एक्टिंग की। अब वह चकाचौंध (Glare) की दुनिया को छोड़कर दुबई में रहती हैं। बेबी गुड्डू का असली नाम शाहिंदा बेग (Shahinda Baig) है। वह अब दुबई में रहती हैं। शाहिंदा फ्लाइट स्टीवर्ड (Shahinda Flight Steward) के तौर पर काम कर चुकी हैं और अब साइकोलॉजिस्ट हैं। शाहिंदा किसी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर नहीं हैं। 15 साल पहले कुछ ऐसा हुआ कि उन्होंने इस वर्चुअल दुनिया से खुद को अलग कर लिया। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने जितेंद्र, राजेश खन्ना और अमरीश पुरी से जुड़े कई मजेदार किस्से बताए।
ऐसी हुई फिल्मों में एंट्री
शाहिंदा का इंटरव्यू Coach Navi यूट्यूब चैनल पर पोस्ट किया गया है। यहां उन्होंने अपनी जिंदगी से जुड़ी बातें बताईं। शाहिंदा ने बताया कि वह फिल्मों में किरण जुनेजा की वजह से आई थीं। वह छोटी थीं तो उनके फिल्ममेकर पिता एमएम बेग ने कुछ तस्वीरें खींची थीं। किरण जुनेजा ने फोटोज देखे तो उनके पिता से कहा कि इतनी प्यारी बच्ची को पर्दे पर लाना चाहिए। उनके पेरेंट्स को भी लगा कि ऐसे उनकी बच्ची अमर हो जाएगी। शाहिंदा बोलीं, कौन से पेरेंट्स नहीं चाहते कि उनके बच्चे को पूरा देश प्यार करे।
क्यों छोड़ीं फिल्में
शाहिंदा ने बताया कि चाइल्ड एक्टर के तौर पर उन्होंने खूब नाम और शोहरत कमा लिया था। फिर उनके पेरेंट्स को लगा कि वह बच्ची तो नहीं रहेंगी। पढ़ाई के साथ किसी और चीज पर भी ध्यान देना होगा। इसलिए सोच-समझकर उन्होंने और प्रोजेक्ट्स लेने बंद कर दिए। उस वक्त वह सातवीं क्लास में रही होंगी। कॉलेज के समय शाहिंदा का रुझान साइकोलॉजी की तरफ हुआ जो कि आज भी बरकरार है। वह आगे चलकर पीएचडी करना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया से खुद को दूर कर रखा है क्योंकि असल जिंदगी जैसी होती है वहां नहीं दिखती। लोग अपने हिसाब से धारणा बनाते हैं। 15 साल पहले किसी के कमेंट के बाद उन्होंने वहां से हटने का मन बना लिया।
शाहिंदा ने एक्टर्स के साथ काम करने के किस्से भी याद किए। उन्होंने बताया कि उस वक्त लोग राजेश खन्ना को बेकार में ही दिखावा करने वाला बताते थे। शाहिंदा जब सेट्स पर होतीं और उनकी मां उन्हें पढ़ातीं तो राजेश खन्ना अपनी वैनिटी वैन उनको दे देते थे और खुद बाहर बैठ जाते थे ताकि एकांत में पढ़ाई हो सके।
अमरीश पुरी सुनाते थे जोक्स
शाहिंदा ने गोविंदा, सनी देओल और जीतेंद्र की भी तारीफ की। बताया कि गुंडों से लड़ाई का सीन हो तो ये लोग प्रोटेक्ट करके रखते और कभी-कभी अपनी बॉडी पर मुक्के खा लेते थे। शाहिंदा ने बताया कि अमरीश पुरी भले ही किसी के लिए खतरनाक विलेन हों लेकिन उनके लिए अच्छे अंकल थे। वह उन्हें किडनैपिंग के सीन में जोक्स सुनाते थे।
अमरीश पुरी से मिलने की इच्छा
शाहिंदा से पूछा गया कि अगर पीछे जाकर उन्हें किसी से मिलने का मौका मिले तो वह कौन होगा? इस पर उन्होंने जवाब दिया, अमरीश पुरी, क्योंकि वह बहुत विनम्र इंसान थे। जैसा कि मैंने बताया उनके साथ मेरे काफी किडनैपिंग के सीन्स थे। मुझे याद है कि एक बार मैंने उनको सेट पर देखकर एक डायरेक्टर से बोल दिया था, आप इस बुरे आदमी को फिल्म में ले आए। मुझे ये पसंद नहीं है। वह हमेशा मुझे किडनैप कर लेते हैं। इसलिए मैं उनसे मिलना चाहूंगी, वह भले विलन का रोल प्ले करते थे लेकिन बहुत अच्छे इंसान थे।
बेबी गुड्डू की फिल्में
बेबी गुड्डू ने नगीना, वतन के रखवाले, कुदरत का कानून, औलाद, बहार, प्यार का मंदिर, घर-घर की कहानी, लव-लव-लव, सौतन की बेटी, आज का अर्जुन, , इंस्पेक्टर धनुष जैसी फिल्मों में काम किया है।
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