
नई दिल्ली । ईरान(Iran) और इजरायल (israeli)के बीच हालात बेहद खराब(The situation is very bad) हैं। ईरान ने इजरायल(israeli) पर अपने क्षेत्र में हमला करने का आरोप(assault charges) लगाया है। साथ ही इजरायल से बातचीत के सवाल पर मुस्लिम देश ने करारा जवाब दिया है। ईरान ने कहा है कि इस समय उससे किसी भी तरह की बातचीत करना अर्थहीन है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाकेई ने तस्नीम समाचार एजेंसी से बातचीत में अमेरिका पर इजरायल के हमले का समर्थन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहाकि यह हमला अमेरिका की अनुमति के बिना नहीं हो सकता था।
अमेरिका पर क्या लगाए आरोप
बाकेई ने तेहरान के परमाणु कार्यक्रम पर लगाम लगाने के लिए हाल के महीनों में अमेरिका की ओर से की गई बातचीत के बारे में कहाकि दूसरे पक्ष ने इस तरह से काम किया है कि बातचीत निरर्थक हो गई है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक ईरान ने जवाबी कार्रवाई में इजरायल पर कई मिसाइलें दागीं। इसमें करीब 40 लोग घायल हो गए। ‘अल जजीरा’ के अनुसार ईरान का कहना है कि इजरायली हमलों में अब तक 78 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें वरिष्ठ सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। हमलों में 320 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
खामेनेई ने दी है चेतावनी
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजरायल को चेतावनी दी है कि उसके हमले में देश के सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए हैं। उन्होंने कहाकि इजरायल हमारे घातक हमले और कड़ी सजा के लिए तैयार रहे। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहाकि सैन्य अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक उसके क्षेत्र में हमले होते रहेंगे। अमेरिका ने इजरायली हमलों से खुद को दूर रखने की कोशिश की है और ईरान को अपने ठिकानों पर हमला न करने की चेतावनी दी है।
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