
डेस्क: ‘मुझे यह कहते हुए शर्म (Shame) आ रही है कि महिलाएं (Women) पुरुषों (Men) से ज्यादा शराब पीती (Drinks Alcohol) हैं और सार्वजनिक रूप से झगड़ा करती हैं’ रानाघाट जिला पुलिस (Ranaghat District Police) के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लालटू हलदर (Laltu Halder) की यह टिप्पणी अब विवादों में घिर गई है. उन्होंने ये बयान शांतिपुर थाना क्षेत्र में आयोजित होने वाले शांतिपुर रास उत्सव के अवसर पर समितियों के साथ हुई एक प्रशासनिक बैठक में दिया. इस दौरान नदिया DM अनीश दासगुप्ता और रानाघाट जिले के पुलिस अधीक्षक आशीष मैज्या सहित कई अधिकारी मौजूद थे.
बैठक में एडिशनल एसपी लालटू हालदार ने नशे में धुत महिलाओं को लेकर अपना गुस्सा निकालते हुए नजर आए. उनका दावा है कि अगर पुरुष बदतमीजी करें तो उन्हें गुस्सा आ सकता है, लेकिन शराब पीकर जिस तरह से महिलाएं बदतमीजी कर रही हैं, उससे उन्हें बिल्कुल भी गुस्सा नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि अगर यही स्थिति रही तो समाज पर इसके क्या परिणाम होंगे. वह बढ़ती सामाजिक अराजकता पर सवाल उठाते नजर आए हैं.
मंच पर खड़े होकर उन्होंने शांतिपुर में काली पूजा जुलूस का मुद्दा बेहद गुस्से से उठाया. उन्होंने कहा कि जुलूस में सबसे ज्यादा भीड़ महिलाओं की थी और शराब पीने वाली महिलाओं की दर सबसे ज्यादा थी. मुझे यह कहते हुए शर्म आ रही है! वे खड़े होकर शराब पी रही हैं. मैं इस जुलूस की निंदा करता हूं. अगर घर की लड़कियां ऐसी हो जाएं, तो समाज कहां जाएगा. एएससी हालदार के बयान को लेकर हलचल तेज हो गई है.
इस पूरे मामले को लेकर पक्ष-विपक्ष की तरफ से तरह-तरह की राय देखने को मिल रही है. प्रशासनिक विभाग में भी इसको लेकर खलबली मची हुई. लोगों में भी पुलिस अधिकारी के बयान को लेकर काफी गुस्सा है. वह मामले में अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. साथ ही अधिकारी की तरफ से लगाए गए आरोपों को बेबुनियादी बता रहे हैं.
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