
लंदन: ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 30 सितंबर को संसद में अपने संबोधन के दौरान यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों को रूसी संघ में शामिल करने की घोषणा कर सकते हैं. रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर अपनी दैनिक ब्रीफिंग में कहा कि इन क्षेत्रों में वर्तमान में चल रहा जनमत संग्रह 27 सितंबर को समाप्त होने वाला है. ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस के नेताओं को निश्चित रूप से उम्मीद है कि किसी भी विलय की घोषणा को विशेष सैन्य अभियान की सफलता के रूप में देखा जाएगा और यह युद्ध के लिए देश के लोगों के समर्थन को मजबूत करेगी.
यूक्रेन के चार क्षेत्रों में चल रहा है जनमत संग्रह
रूस अपने समर्थक गुटों के साथ मिलकर यूक्रेन के कब्जे वाले चार क्षेत्रों में जनमत संग्रह करा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस जनमत संग्रह की मदद से यूक्रेन के करीब 15 प्रतिशत हिस्से को अपने देश में शामिल करना चाह रहे हैं. यह क्षेत्र हंगरी जितना बड़ा है जिसमें यूक्रेन के लुहान्स्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज़्ज़िया प्रांत शामिल हैं. हालांकि रूस के इस कदम को पश्चिमी देश अवैध और एकतरफा करार दे रहे हैं.
यूक्रेन के इन क्षेत्रों में रूस द्वारा स्थापित नेताओं ने मंगलवार को जनमत संग्रह कराये जाने की घोषणा की थी जिसे यूक्रेन समेत कई देशों ने मान्यता देने से मना कर दिया है. वहीं यूक्रेन के क्षेत्रफल के लगभग 15 हिस्से लुहान्स्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज़्ज़िया प्रांतों में मतदान आज खत्म हो रहा है. पश्चिमी देशों को डर है कि रूस अपनी ओर परिणाम दिखाकर यूक्रेन के एक बड़े हिस्से को अपने देश में शामिल कर लेगा. आपको बता दें कि सोवियत यूनियन को फिर से खड़ा करने के पुतिन के ग्रैंड प्लान के तहत ही 2014 में रूस यूक्रेन से क्रीमिया भी हथिया चुका है.
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