
भोपाल। एक चेक बाउंस होने के बाद बैंक की गलती से कुछ समय में क्लीयर हो गया। खाता धारक के खाते में 25 लाख रूपए ट्रांसफर भी हो गए। बाद में बैंक ने नोटिस देकर आरोपी को बताया कि त्रुटि से खाते में रकम ट्रांसफर हुई है, उक्त रकम को वापस लौटाया जाए। आरोपी ने रकम लौटाने से साफ इनकार कर दिया। जिसके बाद में मामले की शिकायत हबीबगंज थाने में की गई। जांच के बाद पुलिस ने एक महिला और पुरुष के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली है। दोनों आरोपियों की फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। हबीबगंज थाने के एएसआई बदरी प्रसाद विशकर्मा के अनुसार आरोपी निरंजन निलवानी 10 नंबर स्टॉप पर क्लासिक नाम से होटल संचालित करते हैं। वर्ष 2014 में निलवानी को 25 लाख रूपए की आवश्क्ता थी। उन्होंने नीरू मलहोत्रा नाम की परिचित महिला से रकम उधार मांगी। महिला ने उन्हें 25 लाख रूपए का चेक दे दिया। निलवानी ने चेक को अपने खाते में क्लीयर होने के लिए लगा दिया। चेक क्लीयर होने में समय अधिक लग रहा था और रकम की जरुरत तत्काल में थी। जिसके बाद में निलवानी ने नीरू से रकम केश में देने के लिए कहा। नीरू ने रकम को आरटीजीएस के माध्यम से सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ई-2 अरेरा ब्रांच से ट्रांसफर करा दिया। क्याुकि चेक पहले से ही अकाउंज में क्लीयरेंस के लिए लगा हुआ था,अकाउंट में पयाप्त रकम नहीं होने के कारण चेक पहले बांउस हुआ और बाद में बैंक की त्रुटि के कारण क्लीयर हो गया। इस प्रकार निलवानी के खाते में पचास लाख रूपए ट्रांसफर हो गए। हालांकि निलवानी ने तय समय में नीरू को रकम लौटा दी। उन्हें जानकारी नहीं थी की बैंक की त्रुटि से दो बार रकम उनके खाते में आई है, इस कारण उन्होंने नीरू को पूरे पचास लाख रूपए लौटा दिए। बाद में बैंक ने नोटिस देकर निलवानी को गलती से 25 लाख रूपए उनके खाते में ट्रांसफर होने की बात कही। तब निलवानी ने रकम को नीरू को लौटाने की जानकारी बैंक को दी। अब महिला इतने साल बीत जाने के बाद भी बैंक की रकम को लौटाने के लिए तैयार नहीं है। वह लगातार रकम स्वयं की होना क्लेम कर रही है। क्योंकि बैंक ने रकम को ट्रांसफर निलवानी के खाते में किया था, इस कारण उन्हें आरोपी बनाया गया है। जबकि रकम को हड़पा नीरू ने है इस लिए उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। बीती रात पुलिस ने इस मामले में बैंक के मुख्य प्रबंधक प्रभारी सेवा सहोग शाखा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया प्रकाश सिंह गुरियाल की शिकायत पर अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों की फिलहाल गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है।
बीडीएस में दाखिले के नाम पर 1.60 लाख की ठगी
कोलार पुलिस ने पहले से ही जेल में बंद आरोपी ऐलेश तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज किया है किया है। टीआई सुधीर अरजरिया के अनुसार मोहम्मद इसराइल नौ गांव के निवासी हैं। उन्हें बेटे के लिए वर्ष 2017 में बीडीएस में दाखिला चाहिये था। मानसरोवर डेंटल कॉलेज कोलार में उस समय आरोपी ऐलेश कार्यरत था। उसने इसराईल को झांसा दिया कि वह उनके बेटे का दाखिला आसानी से करा देगा। इसके लिए उसने 1.60 लाख रूपए की रकम डोनेशन के नाम पर ली थी। बाद में न रकम को लौटाया और न ही दाखिला दिलाया। पिछले दिनों ऐलेश की गिरफ्तारी की खबर अखबारों में फरियादी ने पढ़ी जिसके बाद उन्होंने थाने आकर शिकायत की और एफआईआर दर्ज कर ली गई।
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