
जयपुर। प्रदेश के 21 जिलों में प्रस्तावित जिला परिषद व पंचायत समिति चुनावों में कांग्रेस व भाजपा के प्रत्याशियों के सामने आरएलपी और बसपा ने अपने उम्मीदवार पेश कर चुनौती खड़ी कर दी है। आरएलपी ने मारवाड़ से लेकर बीकानेर तक 16 जिलों में प्रत्याशी खड़े किए है तो बसपा ने 19 जिलों में प्रत्याशी उतारने की बात कही है। बीटीपी भी आदिवासी क्षेत्रों में चुनाव में अपना दम दिखा रही है।
आरएलपी प्रमुख सांसद हनुमान बेनीवाल का कहना है कि आरएलपी प्रदेश स्तर की पार्टी का दर्जा पा चुकी है। ऐसे में पार्टी ने भाजपा-कांग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी मैदान में उतार दिए है। अधिकांश प्रत्याशी मजबूती से चुनाव लड़ रहे है और जीत तय दिख रही है। पंचायत चुनाव के बाद राजस्थान के राजनीति की तस्वीर बदल जाएगी। बहुजन समाज पार्टी ने पाली को छोडक़र लगभग सभी जिलों में प्रत्याशी उतारे है। प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा का कहना है कि पार्टी का खुद का वोट बैंक है, उम्मीद है कि पार्टी सभी जिलों में चौकाने वाले परिणाम देगी।
बीटीपी के सक्रिय कार्यकर्ता भी परिषद व पंचायत चुनाव में एक्टिव हो चुके हैं। बीटीपी के लोग चुनाव भी लड़ रहे है। बीटीपी ने कई जिलों में उम्मीदवार खड़े किए हैं। बीटीपी के अध्यक्ष छोटूभाई बसावा ने कहा कि उनकी पार्टी दोनो ही प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों को चुनौती देंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश के 21 जिलों झुंझुनूं, चूरू, सीकर, हनुमानगढ़, बीकानेर, नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, बूंदी, टोंक, जालोर, भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौडग़ढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़ में जिला परिषद व पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव चार चरणों में करवाए जा रहे हैं। (एजेंसी, हि.स.)
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