
गोवा। चेन्नइयन एफसी और हैदराबाद एफसी हीरो इंडियन सुपर (आईएसएल) के सातवें सीजन में अंकतालिका में टॉप छह में पहुंचने की उम्मीदों के साथ नए साल में प्रवेश कर चुकी है, जहां अब सोमवार को बोम्बोलिम के जीएमसी स्टेडियम में दोंनों टीमें एक-दूसरे से भिड़ेंगी।
इस सीजन में दोनों ही टीमें अब तक संघर्ष करती हुई दिखाई दी है। लेकिन चेन्नइयन ने इस सीजन में अधिक मौके बनाए हैं और विपक्षी टीम के लिए खतरे की घंटी बजाई है। कोच कसाबा लाजलो की टीम ने 93 मौके बनाएं हैं, जोकि आईएसएल-7 में किसी भी टीम का सबसे ज्यादा है। टीम ने साथ ही प्रति मैच औसतन 14.6 शॉट लिए हैं। लेकिन टीम ने अब तक आठ मैच खेले हैं और इनमें उनका गोल कनवर्जन रेट दूसरा सबसे खराब है।
स्ट्राइकर जैकब सिल्वेस्टर और लालियांजुआला चांगते मौके बनाने में विफल रहे हैं। कोच का मानना है कि उनकी टीम को एकजुट होकर गोल करने की जरूरत है।
लाजलो ने कहा, “ फुटबाल एक मनोवैज्ञानिक खेल है। फुटबाल में शारीरिक और मानसिक पहलु महत्वपूर्ण है। पिछले सीजन में हमारे कुछ खिलाड़ी (नेरिजुस व्लास्किस) ने कई गोल किए थे। वह अब हमारी टीम में नहीं हैं। ऐसे समय में आप अन्य खिलाड़ियों को जाने बिना उन पर दबाव डालते हैं। ऐसा नहीं है कि आप इसे स्थिर नहीं कर सकते। मैं सिर्फ यह समझाता हूं कि कई खिलाड़ियों को बदलने के बाद अंतिम एकादश में आपके पास कितने हैं। यह एक प्रक्रिया है। कुछ नए खिलाड़ी आते हैं जिन्होंने आईएसएल में नहीं खेला है इसलिए उन पर भी दबाव है।”
चेन्नइयन की तरह ही हैदराबाद ने भी अब तक सात ही गोल किए है। व्यक्तिगत गलतियों के कारण टीम ने पिछले छह मैचों में एक भी क्लीन शीट हासिल नहीं की है।
हैदराबाद के कोच मारक्वेज ने कहा, “वे (चेन्नइयन) बहुत ही मजबूत टीम है और उनके पास कई अच्छे खिलाड़ी हैं। उनके पास आक्रामक खिलाड़ी है। वे सेट पीस में खतरा बन सकते हैं क्योंकि उनके पास काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। अनिरुद्ध थापा भी एक अच्छे खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि दोनों टीमें इस समय तालिका में जिस स्थान पर हैं, वे उससे ज्यादा अंक के हकदार हैं।”
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