
नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के सहयोग से प्रौद्योगिकी के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक सहयोग (नीट) का दूसरा संस्करण 2.0 लॉन्च किया। नेशनल एजुकेशन अलायंस फॉर टेक्नोलॉजी 2.0 (एनईएटी 2.0) का उद्देश्य शिक्षा प्रौद्योगिकी में सार्वजनिक और निजी पहल को एक साथ लाना और ऑनलाइन शिक्षण को एक सामान्य मंच पर लाना है। नीट के पहले संस्करण की घोषणा 2019 में की गई थी।
एआईसीटीई सभागार में आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्रालय और एआईसीटीई की ओर से यह बड़ी पहल है। आशा है कि नीट 2.0 भारतीय शिक्षा के इतिहास में एक अभिनव शुरुआत है, जो लाखों विद्यार्थियों को उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप अपने कौशल को विकसित करने में सहायता करेगी। उम्मीद है कि नीट 2.0 भारतीय शिक्षा के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत करेगा। इससे लाखों छात्रों को उद्योग-जगत की जरूरत के मुताबिक अपने कौशल को उन्नत करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह पहल लाखों छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद साबित हुई है और यह आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है, क्योंकि नीट से अपने देश में शुरु हुई एडुटेक कंपनियों को वैश्विक स्तर तक पहुंचने में मदद मिली है।
नीट 2.0 के शुभारंभ के अवसर पर 48 से ज्यादा शिक्षा-तकनीक (एडटेक) से जुड़ी कंपनियों ने अभातशिप के साथ समझौता-ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये। नीट के पोर्टल पर शामिल करने से पहले इन कंपनियों के 79 उत्पादों का 4 चरणों में मूल्यांकन किया गया। इससे जुड़े विशेषज्ञों ने उन उत्पादों की गुणवत्ता की जांच के लिए 2500 से ज्यादा मूल्यांकन किये। ये एडटेक कंपनियां कई श्रेणियों में पाठ्यक्रम उपलब्ध कराती हैं, जैसे – उच्च बिक्री-योग्य कौशल से जुड़ी ई-सामग्री, प्रमाणीकरण पाठ्यक्रम, मूल्यांकन परीक्षा, साइकोमेट्रिक टेस्ट व मायर्स-ब्रिग्स टाइप इंडिकेटर (एमबीटीआई) परीक्षाएं, प्रयोगशाला उपकरण, कोडिंग कौशल और परीक्षा, शिक्षण से जुड़े गेम्स, कैरियर संबंधी परामर्श, इंटर्नशिप में सहयोग, प्लेसमेंट में मदद, एप्टीट्यूड टेस्ट, संज्ञानात्मक कौशल, गणितीय कौशल, प्रबंधन, लेखांकन एवं वित्त और इंजीनियरिंग, फार्मेसी और प्रबंधन छात्रों के लिए डिग्री या डिप्लोमा से जुड़े विभिन्न पाठ्यक्रम। उल्लेखनीय है कि नीट 1.0 के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान देश भर में 60 हजार से ज्यादा छात्रों को मुफ्त सीट मुहैया कराई गई थीं।
इस मौके पर एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने बताया कि ये पोर्टल भारत में ऑनलाइन शिक्षण के भविष्य में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। खासतौर पर कोरोना वायरस की महामारी के बाद उन्होंने कहा, “नीट 2.0 की शुरुआत भारतीय शैक्षणिक क्षेत्र में नई उम्मीदें पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि दृढ़ विश्वास है कि यह पोर्टल ऑनलाइन लर्निंग में क्रांतिकारी बदलाव लाने जा रहा है। नया पोर्टल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स का उपयोग करता है, जो छात्रों को उनके मुताबिक सीखने का मौका प्रदान करेगा, और इससे छात्रों को ज्यादा फायदा होगा।
एआईसीटीई के उपाध्यक्ष प्रो एमपी पूनिया ने बताया कि, नीट 2.0 छात्रों को एडटेक समाधानों को सत्यापित करने, एकत्र करने और वितरित करने में पूरी मदद करेगा और इस प्रकार उन्हें अपनी तकनीकी जरूरतों का चयन करने के लिए विस्तृत विकल्प मिलेगा, जो अंतत: उनकी समग्र शिक्षा में सुधार करेगा। नीट के सीसीओ बुद्ध चंद्रशेखर ने बताया कि नीट पोर्टल में 2 लाख से अधिक छात्रों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा कि 64940 छात्रों ने ऑनलाइन पाठ्यक्रमों का प्रयोग किया और नए नीट 2.0 कार्यक्रम से आशा की जा रही है कि यह आर्थिक रूप से पिछड़े हजारों छात्रों की जरूरतें पूरी करेगा। (एजेंसी, हि.स.)
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