नई दिल्ली । पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Detective Scandal) और अन्य अहम मुद्दों (Issues) पर कांग्रेस (Congress) और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सदस्यों ने मंगलवार को भी लोकसभा (Loksabha) में हंगामा (Ruckus) किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम (Chidambaram) ने कहा कि इस मामले पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) जवाब दे सकते हैं, लेकिन वह चुप (Silent) क्यों हैं ? विपक्षी सदस्यों के शोर शराबे के कारण निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई।
सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही विपक्षी दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे और पोस्टर दिखाने लगे। हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू कराया। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने विपक्षी सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही ई-कॉमर्स कंपनियों के विनियमन से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। आगे बिरला ने नारेबाजी कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए कहा कि वह विभिन्न विषयों पर चर्चा कराने को तैयार हैं। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, ‘‘प्रश्नकाल महत्वपूर्ण समय है। आप अपने स्थानों पर जाएं। मैं चर्चा कराना चाहता हूं।’’ वह आगे बोले- देश को अगर सशक्त बनाना है तो हमें यहां चर्चा और संवाद करना होगा। आप अपनी सीटों पर जाएं। मैं हर विषय पर चर्चा कराना चाहता हूं। आपको नारों के लिए नहीं, चर्चा के लिए यहां भेजा गया है। आपका यह तरीका गलत है। हालांकि, इसके बाद भी हंगामा जारी रहा।
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इजराइली कंपनी एनएसओ के साथ कोई लेनदेन नहीं करने संबंधी रक्षा मंत्रालय के बयान को लेकर मंगलवार को कहा कि इस मामले पर सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे सकते हैं, लेकिन वह चुप क्यों हैं। पूर्व गृह मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘रक्षा मंत्रालय ने एनएसओ समूह (इज़राइल) के साथ किसी भी सौदे से इंकार किया है। अगर, रक्षा मंत्रालय सही है, तो एक मंत्रालय/विभाग को इस मामले से अलग कर देते हैं। लेकिन शेष आधा दर्जन संदिग्धों के बारे में क्या कहेंगे?’’ चिदंबरम ने सवाल किया, ‘‘सभी मंत्रालयों/विभागों की ओर से केवल प्रधानमंत्री ही जवाब दे सकते हैं। वह चुप क्यों है?’’
पेगासस जासूसी विवाद के बीच, रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि उसने एनएसओ समूह के साथ कोई लेन-देन नहीं किया है। इजराइल के एनएसओ समूह ने सैन्य स्तरीय जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस विकसित किया है जो हाल के दिनों में विवादों में है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सदस्य वी शिवदासन के एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
इसी बीच, पेगासस विवाद पर याचिकाओं को लेकर सॉलिसीटर जनरल तुषार मेहता ने सरकार से निर्देश लेने के लिए कुछ वक्त की मोहलत मांगी। न्यायालय ने मामले की सुनवाई के लिए 16 अगस्त की तिथि निर्धारित की है। टॉप कोर्ट ने पक्षकारों से अनुशासित रहने और सोशल मीडिया तथा वेबसाइटों पर मुद्दों पर बहस करने से बचने को कहा। बकौल कोर्ट, “हम वाद-विवाद के विरोधी नहीं हैं, लेकिन जब मामला अदालत में है तो इस पर चर्चा यहां होनी चाहिए।”