नई दिल्ली: हवाई यात्रा करने वाले खास यात्रियों को अब डॉक्टरी जांच करानी होगी. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन कंपनियों को इस बाबत दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं.
DGCA ने कंपनियों से कहा है कि किसी दिव्यांग यात्री को बिना मेडिकल जांच कराए विमान में बैठने से नहीं रोका जा सकता है. अगर एयरलाइन को लगता है कि दिव्यांग यात्री विमान में बैठने की हालत में नहीं है और उड़ान के दौरान उसे दिक्कत हो सकती है तो यात्री को बिना डॉक्टरी जांच कराए विमान में बैठने से इनकार नहीं कराया जा सकता है. इस बाबत कंपनियों को पहले एयरपोर्ट पर मौजूद डॉक्टर से सलाह लेनी होगी, जिसके आधार पर सही फैसला लिया जा सकता है.
डॉक्टर बताएगा यात्री की मेडिकल कंडीशन
DGCA ने अपने निर्देश में साफ कहा है कि अगर एयरलाइन को लगता है कि किसी यात्री का स्वास्थ्य उड़ान के दौरान खराब हो सकता है तो सबसे पहले उसका डॉक्टरी जांच कराना होगा और उनकी सलाह पर ही यह तय किया जाना चाहिए कि अमुक यात्री उड़ान के लायक है अथवा नहीं. इसके आधार पर ही एयरलाइन को कोई फैसला लेना होगा.
अगर किसी केस में डॉक्टर यात्री को उड़ान भरने से रोकने की सलाह देता है तो एयरलाइन को इस बारे में तत्काल यात्री को लिखित में सूचना देनी होगी और विमान में बैठने से रोकने का स्पष्ट कारण भी बताना होगा. DGCA भी इस बाबत अपने नियमो में बदलाव कर रहा है. इससे पहले नियामक ने जून में एक मसौदा जारी कर लोगों से सुझाव मांगे थे. 2 जुलाई तक आए सुझावों के आधार पर ही अब DGCA नया नियम बनाने की ओर बढ़ रहा है.
इंडिगो पर लगाया था 5 लाख का जुर्माना
DGCA ने यह कदम इंडिगो एयरलाइन में एक मामला सामने आने के बाद उठाया है. दरअसल, इंडिगो ने 9 मई, 2022 को रांची-हैदराबाद की उड़ान में एक दिव्यांग लड़के को बैठाने से इनकार कर दिया था. बच्चे को यात्रा से रोके जाने के बाद उसके अभिभावक ने भी उड़ान से इनकार कर दिया. मामला सामने आने के बाद DGCA ने एयरलाइन पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था.
इंडिगो के सीईओ रॉन्जॉय दत्ता ने बाद में एयरलाइन के व्यवहार पर खेद जताया था और दिव्यांग बच्चे के लिए इलेक्ट्रिक व्हीलचेयर खरीदने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने अपने स्टाफ को भी मुश्किल परिस्थितियों में बेहतर संभावित फैसला लेने का सुझाव भी दिया था. इससे पहले विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर इस मामले पर चिंता जताई और व्यक्तिगत रूप से घटना की जांच कराने की बात कही थी.
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