
इंदौर। प्राचार्या विमुक्ता शर्मा को जिस पूर्व छात्र ने कॉलेज परिसर में ही पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया था, उसके खिलाफ प्राचार्य और वहां के प्रोफेसर सिमरोल थाने में चार बार लिखित शिकायत दे चुके थे, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।
प्राचार्या की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन घटना के बाद अब कई बातें समाने आ रही है। फाइनल ईयर में पांच विषयों में फेल छात्र अपनी मार्कशीट को लेकर आए दिनों प्रोफेसर और प्राचार्या को धमकाता था। 2021 से 2022 के बीच विमुक्ता शर्मा प्राचार्य, प्रोफेसर उमेश अटलेरिया और प्रोफेसर विजय पटेल भी छात्र के खिलाफ अलग-अलग समय सिमरोल थाने जाकर चार बार लिखित शिकायत दे चुके थे कि वह उनके साथ मारपीट, फोन पर धमकी और कॉलेज में घुसकर हंगामा करता है, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। यदि पुलिस उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करती तो यह घटना टल सकती थी।
चिन्हित अपराधों में शामिल किया, छात्र को किया गिरफ्तार
पुलिस सिमरोल के अनुसार मामले की गंभीरता को देखते हुए विमुक्ता शर्मा के मामले को पुलिस ने चिन्हित अपराध में शामिल किया है। ताकि समय में चालान, जांच और सजा हो सके। इसके अलावा छात्र आशुतोष श्रीवास्तव की पुलिस ने आज अधिकृत रूप से गिरफ्तारी ले ली है और आज उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड लिया जाएगा।
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