
ग्राम पंचायत कमेटियों का गठन कर कांग्रेस को मजबूत करने की कवायद
इंदौर। सबकुछ लुटा (looted everything) के होश में आए तो क्या किया….किसी गीतकार (Lyricist) की ये पंक्तियां कांग्रेसियों (Congressmen) पर बिल्कुल फीट बैठती है। कांग्रेस अब गांव-गांव जाकर अंतिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं (lower level workers) की ग्राम पंचायत कमेटी (Gram Panchayat Committee) बना रही है।
जिस तरह से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा से मात खाई, उसके बाद भी हवा-हवाई करने वाले नेता नहीं सुधरे और लोकसभा में भी वही गलती दोहराई गई। सभी 29 सीटें भाजपा की झोली में डालने वाली कांग्रेस को अब मजबूत करने का दावा कियाज ा रहा है। इसकी शुरूआत इंदौर के ग्रामीण क्षेत्रों से की गई है, जहां ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यकर्ताओं को इक_ा कर उनकी मीटिंग ली जा रही है और उनकी एक कमेटी बनाई जा रही है। इस कमेटी में वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी जा रही है और उसने कहा जा रहा है कि वे ग्राम पंचायत स्तर पर सक्रिय रहे और अपने साथ और कार्यकर्ताओं को जोड़े और कांग्रेस की रीति-नीति से अवगत कराएं। जो लोग पार्टी से किसी न किसी कारण से नाराज थे और काम नही कर रहे थे, ऐेसे कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनकी नाराजगी दूर की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र के अध्यक्ष सदाशिव यादव का कहना है कि इसके पीछे हमारा उद्देश्य कार्यकर्ताओं को पार्टी की मुख्य धारा तक लाना है। कई युवाओं को भी ग्राम पंचायत कमेटी में जोड़ा जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसके निर्देश जिलाध्यक्षों को दिए थे।