
नई दिल्ली। श्री कृष्ण का जन्म (Birth of Shri Krishna) भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी को आधी रात में हुआ था। इसलिए अष्टमी तिथि को ध्यान में रखते हुए जन्माष्टमी (Janmashtami) का पर्व 16 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस साल गृहस्थ व वैष्णव दोनों श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) का व्रत एक ही दिन शनिवार को रखेंगे। 15 अगस्त को रात 12:58 बजे से अष्टमी तिथि आरम्भ हो जाएगी। यह 16 अगस्त की रात 10:30 बजे तक रहेगी। इसलिए इसबार 16 अगस्त के दिन 8:08 बजे से कृतिका नक्षत्र आरम्भ होगा, जो 17 अगस्त रविवार की सुबहतक रहेगा। उसके बाद रोहिणी नक्षत्र शुरू हो जाएगा। चन्द्रोदय शनिवार की रात 11:32 बजे होगा। श्रीमदभागवत को प्रमाण मानकर स्मार्त संप्रदाय को मानने वाले चंद्रोदय व्यापनी अष्टमी में जन्माष्टमी मनाते हैं। वैष्णव मानने वाले की उदयकाल रोहिणी नक्षत्र को जन्माष्टमी का त्योहार मनाने की परंपरा रही है। इसलिए इसबार गृहस्थ और वैष्णव दोनों 16 को व्रत रखेंगे।
कृष्ण जन्माष्टमी पूजा का
शुभ मुहूर्त – देर रात 12:04 से 12:47 बजे तक
अष्टमी तिथि प्रारम्भ – 15 अगस्त 2025 को 12:58 PM
अष्टमी तिथि समाप्त – 16 अगस्त 2025 को 09:34 PM
कृतिका नक्षत्र-16 अगस्त के दिन 8:08 बजे से
रोहिणी नक्षत्र प्रारम्भ – 17 अगस्त 2025 को 04:38 AM
रोहिणी नक्षत्र समाप्त – 18 अगस्त 2025 को 03:17 AM
चन्द्रोदय समय 11:32 PM
व्रत का पारण कब करेंगे-17 अगस्त को सुबह 5.51 मिनट पर सुबह
निशिता पूजा टाइम 17 अगस्त 12.04 AM mसे 12.47 AM
पंचामृत स्नान टाइम-12.25 AM
सिटीवाइज पूजा मुहूर्त
12.16 एम से 1.01 एएम -पुणे में
12.04 ए एम से 12.47 मिनट -नई दिल्ली में
11.50 एएम से 12.36 एएम -चेन्नई
12.09 एम से 12.53 एएम तक- जयपुर में
11.58 पीएम से 12.43 एएम तक- हैदराबाद
12.04 ए एमम से 12.48 एएम -गुड़गांव
12.20 एमएम से 1.05 एएम तक -मुंबई
12.03 एमएम से 12.46 एएम तक- नोएडा
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