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विराट कोहली और युवराज सिंह के रिश्तों पर सनसनीखेज खुलासा, क्रिकेटर सिर्फ पैसे और पावर के भूखे

September 05, 2025

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेटर योगराज सिंह (Yograj Singh) ने अपने बेटे युवराज (Yuvraj Singh) और पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) के बीच के रिश्ते (Relations) पर खुलकर बात की और कहा कि वे कभी दोस्त (Friend) नहीं रहे. 2019 में संन्यास की घोषणा करने वाले पंजाब के इस ऑलराउंडर ने अपने करियर के अंतिम दौर में कोहली की कप्तानी में खेला था. योगराज ने दावा किया कि उनके बेटे के आस-पास हमेशा ऐसे लोग मौजूद रहते थे जो इस बात से डरते थे कि युवराज उनकी जगह ले लेगा.

कैंसर से उबरने के बाद, युवराज ने क्रिकेट में वापसी की जब विराट भारतीय कप्तान थे. उन्होंने 2017 में 11 वनडे और 2014 से 2017 के बीच 24 टी20 मैच खेले. कोहली की कप्तानी में उन्होंने केवल 3 टी20 और 11 वनडे मैच खेले. युवराज ने 2014 में विराट के साथ ड्रेसिंग रूम भी साझा किया था, जब वह उस सीज़न में आरसीबी का हिस्सा थे.


योगराज सिंह ने दावा किया कि जहाँ सफलता, प्रसिद्धि और पैसा शामिल होता है, वहाँ कोई दोस्त नहीं होता और उन्होंने युवराज को यह बात बताई थी. पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने दावा किया कि सचिन तेंदुलकर ही उनके बेटे के एकमात्र दोस्त थे. जब उनसे पूछा गया कि क्या कोहली भारतीय कप्तान रहते हुए युवराज की मदद कर सकते थे, तो योगराज ने कहा कि एमएस धोनी सहित सभी खिलाड़ी इस बात से डरते थे कि कहीं उनका बेटा उनकी जगह न ले ले. जैसा कि मैंने आपको बताया, कामयाबी, पैसा और शोहरत के मामले में कोई दोस्त नहीं होता. हमेशा पीठ में छुरा घोंपने वाले लोग होते हैं, जो आपको नीचा दिखाना चाहते हैं। लोग युवराज सिंह से डरते थे क्योंकि उन्हें डर था कि वह उनकी सीटें हड़प लेगा, क्योंकि वह ईश्वर द्वारा रचित एक महान खिलाड़ी था. योगराज ने कहा, “वह महानतम खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, जिनसे एमएस धोनी से लेकर हर कोई अपनी कुर्सी के लिए युवी से डरते रहे.

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