
नई दिल्ली । राजस्थान सरकार(Rajasthan Government) ने शुक्रवार को राज्य ड्रग कंट्रोलर (State Drug Controller)को सस्पेंड (suspended)कर दिया और जयपुर स्थित कंपनी ‘केसंस फार्मा’(Kesons Pharma) द्वारा निर्मित सभी दवाओं के वितरण पर रोक लगा दी है। अधिकारियों ने बताया चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने अगले आदेश तक केसंस फार्मा द्वारा निर्मित सभी 19 दवाओं की सप्लाई रोक दी है। ‘डेक्सट्रोमेथॉर्फन’ युक्त अन्य सभी खांसी की दवा का वितरण भी रोक दिया गया है।
विभाग ने बताया कि सरकार ने ड्रग कंट्रोलर राजाराम शर्मा को दवा मानकों के निर्धारण की प्रक्रिया को कथित रूप से प्रभावित करने के आरोप में सस्पेंड किया है। यह ऐक्शन ऐसे समय में हुआ है जब कथित तौर पर खांसी की दवा की वजह से 11 बच्चों की मौत की खबरें आई हैं। इनमें से 9 की मौत मध्य प्रदेश में और दो की राजस्थान में हुई।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रभावी कार्रवाई के साथ मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं। उनके निर्देशों के बाद, इस मामले की जांच के लिए एक एक्सपर्ट कमेटी का भी गठन किया जा रहा है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने भी जांच के आदेश दिए हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार ने 2021 में चार साल से कम उम्र के बच्चों को ‘डेक्सट्रोमेथॉर्फन’ देने के खिलाफ एक एडवाइजरी जारी की थी। राज्य सरकार ने इस एडवाइजरी को फिर से जारी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए संभावित रूप से हानिकारक दवाओं पर अब स्पष्ट चेतावनी लिखी होगी।
केसंस फार्मा की दवाओं के 40 से ज्यादा सैंपल फेल
राजस्थान चिकित्सा सेवा निगम लिमिटेड (आरएमएससीएल) के प्रबंध निदेशक पुखराज सेन के अनुसार, 2012 से अब तक केसंस फार्मा की दवाओं के 10,000 से अधिक नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है, जिनमें से 42 गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतरे।एहतियात के तौर पर अब कंपनी द्वारा बनाई जाने वाली सभी 19 दवाओं की सप्लाई रोक दी गई है
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