
इंदौर, नासेरा मंसूरी। मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम ने प्रदेश के चार प्रमुख स्थलों को जोडऩे की योजना पर काम आगे बढ़ा दिया है। ‘ओंकार सर्किट’ को सिंहस्थ से पहले विभाग पूरा कर लेगा, जो 70 करोड़ रुपए में तैयार होगा। ये सर्किट इंदौर, उज्जैन, महेश्वर और ओंकारेश्वर को जोड़ेगा। इंदौर इसका सेंटर पॉइंट होगा, जहां टीएफसी सेंटर (टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर) तैयार किया जाएगा।
देश के 12 ज्योतिर्लिंग में से दो ज्योतिर्लिंग मध्यप्रदेश में उज्जैन और ओंकारेश्वर में स्थापित हैं। ये पवित्र धार्मिक स्थल इंदौर से 137 किलोमीटर के दायरे में हैं। 55 किलोमीटर दूर उज्जैन में महाकाल, तो 78 किमी दूर ओंकारेश्वर में ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग है, इसलिए इंदौर को सेंटर पॉइंट बनाया जा रहा है। इसी के साथ इस सर्किट में एक और प्रमुख स्थल महेश्वर जोड़ा जा रहा हैं।
विभाग ने डीपीआर के फाइनल होते ही इस पर काम शुरू कर दिया है। सिंहस्थ से पहले ‘ओंकार सर्किट’ तैयार होगा। इसी में विभाग एक रियल टाइम ऐप भी तैयार कर रहा है, जिसमें इन शहरों की तमाम जानकारियां, प्रमुख स्थल मौजूद होंगे। यह ऐप यहां के तमाम परिवहन के साथ ही होटल और शहरों की दूरी, रास्ते के साथ खान-पान की जानकारी भी देगा। इससे पर्यटकों को यात्रा के दौरान सभी सुविधाएं एक ही स्थान पर मिल सकेंगी। इस ऐप के माध्यम से पर्यटक अपनी यात्रा के लिए परिवहन साधनों की बुकिंग भी कर सकेंगे। पूरे सर्किट में कई तरह के साइनेज भी लगाए जाएंगे।
चार शहरों में तीन तरह के सेंटर
इन चार शहरों में ‘ओंकार सर्किट’ को लेकर तीन तरह के सेंटर तैयार किए जाएंगे, जिसमें इंदौर में टीएफसी सेंटर (टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर) तैयार किया जाएगा। एक-एक टीएफसी सेंटर उज्जैन और ओंकारेश्वर में भी तैयार होंगे। एक टीआरसी सेंटर (टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर) ओंकारेश्वर में तैयार होगा। इंदौर-ओंकारेश्वर के बीच और इंदौर-उज्जैन के बीच एक-एक डब्ल्यूएसए (वे साइड एमिनिटीज) तैयार होंगे। इंदौर का टीएफसी सेंटर आईएसबीटी पर होगा।
सेंटर देंगे इस तरह की सुविधा
– टीएफसी सेंटर (टूरिस्ट फैसिलिटेशन सेंटर)
विजिटर सर्विस, एसेंशियल टूरिस्ट इंर्फोमेशन, कैफेटेरिया, ईवी चार्जिंग स्टेशन, रेस्ट रूम सहित अन्य कुछ सुविधाएं
– टीआरसी सेंटर (टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर)
होटल, ट्रांसपोर्ट बुकिंग, इंफॉर्मेशन सेंटर
– डब्ल्यूएसए (वे साइड एमिनिटीज)
फूड कोर्ट, रेस्ट रूम, फ्यूल-ईवी चार्जिंग स्टेशन, एटीएम, पार्किंग, डोरमेट्री
‘जल्द ही काम शुरू हो रहा है। हमने कुछ और नई चीजें जोडक़र इसे और भी बेहतर किए जाने पर विचार किया है, ताकि धार्मिक पर्यटन में किसी तरह की कोई परेशानी न आए। विभाग सिंहस्थ से पहले ‘ओंकार सर्किट’ का काम पूरा कर लेगा।’
-डॉ. इलैया राजा टी (प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम)
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