
नई दिल्ली। रेलवे ने बुधवार को कहा कि वह अपने 13 लाख कर्मचारियों को स्वास्थ्य बीमा योजना मुहैया कराकर उनके इलाज का दायरा व्यापक करने पर विचार कर रहा है। रेलवे ने एक बयान में कहा कि वह पहले ही अपने कर्मचारियों और उनके आश्रित परिजनों को ‘रेलवे कर्मचारी उदारीकृत स्वास्थ्य योजना’ और ‘केंद्रीय कर्मचारी स्वास्थ्य सेवा’ (सीजीएचएस) के जरिये चिकित्सा स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है। इसमें कहा गया, भारतीय रेलवे अब रेलवे कर्मियों के चिकित्सीय उपचार के दायरे को बढ़ाने का प्रस्ताव कर रहा है। बयान में कहा गया कि इसी के अनुरूप रेल कर्मियों के लिये ‘समग्र स्वास्थ्य बीमा योजना’ से जुड़े सभी पहलुओं को परखने के लिये एक समिति गठित की गई है। इसमें कहा गया कि इसका उद्देश्य चिकित्सा, आकस्मिक परिस्थितियों आदि के दौरान वित्तीय जोखिमों से उन्हें बीमा कवर उपलब्ध कराना है। इसमें कहा गया कि रेलवे ने अपने सभी मंडलों और उत्पादन इकाइयों के महाप्रबंधकों से इस प्रस्ताव पर उनके सुझाव और प्रतिक्रियाएं मांगी हैं।
रेलवे ने कर्मचारियों के लिए शुरू की नई सर्विस -रिटायर रेल कर्मियों को घर बैठे पेंशन पेमेंट आर्डर (पीपीओ) आदि उपलब्ध कराने के लिए नया प्रावधान किया गया है। इसके तहत एक ऐप तैयार किया गया है। इससे सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी को कहां फाइल रुकी हुई है, कब तक भुगतान होगा, इसकी जानकारी आसानी से मिल सकेगी।
रेलवे बोर्ड के प्रधान अधिशासी निदेशक (लेखा) अंजली गोयल ने छह अगस्त को पत्र जारी किया। इसमें कहा है कि रिटायर रेलवे कर्मचारी को पेंशन से संबंधित कार्य के लिए डीआरएम आफिस या अन्य आफिस जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
इसके लिए ऐप तैयार किया गया। जिसका नाम रेल सर्विस-सीपीसी-7-पीपीओ है। रिटायर रेलवे कर्मचारी मोबाइल पर एप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप में अपनी सेवा का नंबर डालकर सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पीपीओ से फेमिली पेंशन की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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