
इंदौर। वन विभाग की जमीन पर 12 करोड़ से ज्यादा रुपए की लागत से 500 मीटर से ज्यादा लंबा-चौड़ा और 20 मीटर से ज्यादा गहरा एक नया तालाब बनकर तैयार हो चुका है। इस तालाब से आसपास के किसानों और वन्यजीवों सहित इंदौर, महू, सिमरोल, चोरल के पर्यावरण प्रेमियों को एक और नई सौगात मिल गई है।
महू तहसील की चोरल फॉरेस्ट रेंज में यह नया तालाब बेका गांव में बनाया है। इसको बनाने का काम पिछले साल 2024 दिसंबर से शुरू हुआ था। इसे सिंचाई विभाग ने 12 करोड़ 70 लाख रुपए की लागत से 555 मीटर लंबा-चौड़ा और 22 मीटर गहरा बनाया है। इसमें 2.15 2.15 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी संग्रह करने की क्षमता है।
इन गांवों के किसानों को अब सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं रहेगी
इस नए तालाब से आसपास के जनजातियों के 4 प्रमुख गांव के जिन किसानों की 370 हेक्टयर खेती की सिंचाई के लिए इसका पानी मिलेगा, उनमे बेका, उमट, राजपुरा, कुलथाना गांव शामिल हैं।
तालाब का नामकरण भगवान राम भक्त शबरी के नाम पर किया
अधिकारियो के अनुसार स्थानीय विधायक ने इस तालाब का नामकरण त्रेता युग में वनवास के दौरान अपने आराध्य भगवान राम को भक्ति भाव से झूठे बैर खिलाने वाली शबरी के नाम पर किया गया है। इस तालाब का लोकार्पण स्थानीय विधायक मंत्री जल संसाधन मंत्री द्वारा किया गया है।
किसानों को खेती की सिंचाई के लिए चोरल फारेस्ट रेंज में वन विभाग की जमीन पर बेका गांव में शबरी तालाब बनाया गया है। -सचिन वर्मा, फॉरेस्ट रेंजर, चोरल फॉरेस्ट रेंज, इंदौर
पहाड़ों के बीच तलहटी में बना है तालाब
महू तहसील से लगभग 10 किलोमीटर दूर चोरल फारेस्ट रेंज के जंगलों में इस तालाब के आसपास पहाड़ ही पहाड़ है। इन्ही पहाड़ों और जंगल के ऊंचे इलाको से बहते हुए पानी को संग्रह करने के लिए वन विभाग की जमीन पर यह शबरी तालाब बनाया गया है । इस तालाब की वजह से जहां किसानों को सिंचाई के लिए भरपूर पानी व पर्यटकों को नया पिकनिक स्पॉट मिला है, वहीं वन्यजीवों को भी अब प्यास बुझाने के लिए दूर-दूर तक भटकना नहीं पड़ेगा।
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