
जबलपुर। टोल प्लाजा और निवेश कारोबार की आड़ में करोड़ों रुपये की कथित धोखाधड़ी करने वाले आरोपी अमित खम्परिया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब मामले के पुराने पन्ने भी खोलने में जुट गई है। नागपुर से आरोपी और उसके पिता की गिरफ्तारी के बाद शहर के कई थानों,कोतवाली, ओमती, मदन महल और संजीवनी नगर थाने में वर्षों से लंबित शिकायती आवेदनों का दोबारा परीक्षण शुरू किया गया है। संबंधित फरियादियों को बुलाकर बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
कई फरियादी सामने आए
क्राइम ब्रांच और धनवंतरी नगर पुलिस चौकी की टीम द्वारा गिरफ्तारी के बाद से खम्परिया की पुरानी गतिविधियों की जानकारी लगातार सामने आ रही है। सूत्रों का कहना है कि पिछले वर्षों में जिन शिकायतों पर एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई थी या जिन्हें जांच में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था, उन्हें अब फिर सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस थानों में निवेश से जुड़े मामलों में गुमराह करने, रकम हड़पने, धमकाने और आपराधिक दबाव बनाने जैसी शिकायतें दिख रही हैं। कई फरियादी, जिन्हें पहले कार्रवाई की उम्मीद नहीं थी, अब खुलकर बयान दे रहे हैं।
मुनाफे का लालच देकर तुड़वाई एफडी
पीडि़त यदुवंश मिश्रा, जो सेवानिवृत्त होने के बाद मंदिर में पूजा-पाठ कर परिवार का भरण-पोषण कर रहे थे, उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए लगभग 20 लाख की राशि बैंक में एफडी के रूप में रखी थी। आरोप है कि खम्परिया ने मिश्रा को अपने झांसे में लिया और उनकी रकम को अपने टोल व्यवसाय में लगाकर दोगुना करने का लालच दिया। खम्परिया, अपने मैनेजर अमित द्विवेदी और अभिषेक वैरागी व अन्य बंदूकधारियों के साथ पीडि़त को गाड़ी में बैठाकर बैंक ले गया। यहाँ पर मैनेजर अमित द्विवेदी ने सारा गोलमाल किया, जिसके बाद बेटी की शादी का सपना संजोए यदुवंश मिश्रा ने अपनी एफडी तोड़कर पूरी रकम खम्परिया को हस्तांतरित कर दी। जब समय आने पर यदुवंश मिश्रा ने खम्परिया से अपनी रकम वापस मांगी, तो खम्परिया ने उन्हें बताया कि टोल में घाटा हो गया है और पैसे डूबने से बचाने के लिए उन्हें और रकम देनी होगी। लाचार पुजारी ने इस दबाव में बाकी की पूरी राशि भी खम्परिया को दे दी। बार-बार मिन्नतें करने के बावजूद, जब खम्परिया ने बेटी की शादी के लिए पैसे नहीं लौटाए, तो स्थिति और बिगड़ गई। आरोप है कि अमित खम्परिया अपने मैनेजर अमित द्विवेदी, अभिषेक वैरागी और अन्य बंदूकधारियों के साथ पीडि़त के घर में घुस आया और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी।
हिस्सेदारी का झांसा देकर की वसूली
जांच में सामने आया है कि अमित खम्परिया ने मुनाफे का लालच देकर कई लोगों से मोटी राशि निवेश करवाई। सहसीपुर (उत्तरप्रदेश) निवासी 80 वर्षीय गोपीकृष्ण माहेश्वरी ने बताया कि उनकी पहचान खम्परिया से आनंद तिवारी के माध्यम से हुई थी। खम्परिया ने कुंवरपुर टोल प्लाजा में भारी मुनाफे का दावा करते हुए उन्हें निवेश के लिए राजी किया। माहेश्वरी का कहना है कि एनएचएआई में 3 करोड़ 38 लाख जमा कराए गए, जिसमें से 2 करोड़ 6 लाख रुपये सीधे बैंक ऑफ महाराष्ट्र, संजीवनी नगर शाखा के माध्यम से खम्परिया के बताए खाते में भेजे गए।
धमकी देने का आरोप भी आया सामने
मामले में पंचायत समन्वय अधिकारी राजेश झारिया ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने 11 जनवरी 2021 को एसपी ऑफिस और थाना संजीवनी नगर में शिकायत दर्ज कराई थी। झारिया का आरोप है कि खम्परिया ने उनसे अवैध राशि की मांग की और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी भी दी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सभी शिकायतों की विस्तृत जांच की जा रही है। पुरानी फाइलों को फिर से खंगाला जा रहा है और जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे, उसी अनुसार विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved