
नई दिल्ली । दिल्ली की मुख्यमंत्री(Chief Minister of Delhi) रेखा गुप्ता(Rekha Gupta) पर बुधवार को गुजरात(Gujarat) से आए एक शख्स ने जनसुनवाई(Public hearing) के दौरान हमला कर दिया। सरकार के मंत्रियों के मुताबिक राजेश ने अचानक मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए उन्हें थप्पड़ मारे, बाल पकड़ा और गिरा दिया। बड़ी मुश्किल से उसके चंगुल से मुख्यमंत्री को बचाया गया। पहले भी कई मुकदमे झेल चुके आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है और जानने का प्रयास कर रही है कि हमले के पीछे मकसद और वजह क्या है? फिलहाल राजेश खिमजी ने खुद को डॉग लवर बताते हुए कहा है कि एक वीडियो देखकर उसने रेखा गुप्ता पर हमले का फैसला किया था।
पूछताछ और उसके मोबाइल फोन की जांच के बाद पुलिस को पता चला कि दिल्ली आने से पहले राजेश उज्जैन के महाकाल मंदिर भी गया था। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में उसने बताया कि वह शिव भक्त है। कोविड के दौरान वह उज्जैन से एक शिवलिंग लाया था। 15 अगस्त को पूजा करते हुए उसे उज्जैन जाने का विचार आया। अगले दिन वह उज्जैन के लिए निकल गया और वहां महाकाल की पूजा की। वह काल भैरव मंदिर भी गया।
7वीं क्लास तक पढ़ा राजेश ऑटो रिक्शा चलाता है। गुजरात के राजकोट के रहने वाले इस शख्स पर पहले भी शराब तस्करी से मारपीट तक के पांच केस दर्ज हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है- राजेश खिमजी ने दावा किया है कि उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो देखा था जिसमें रेखा गुप्ता लावारिस कुत्तों को लेकर बात कर रही थीं, इसके बाद उसने हमले का फैसला कर लिया। हालांकि, पुलिस अभी इसे एकमात्र वजह नहीं मान रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं हमले के पीछे कोई गहरी साजिश तो नहीं।
सोमवार को ट्रेन में बैठकर वह मंगलवार को दिल्ली पहुंचा। एक ई-रिक्शा में बैठकर वह करोल बाग के हनुमान मंदिर पहुंचा। सोशल मीडिया के जरिए उसे सूचना मिली थी कि कुछ डॉग लवर वहां एकत्रित होने वाले हैं। वहां उसने एक पोस्टर में रेखा गुप्ता का चेहरा देखकर किसी से उनका पता पूछा और शालीमार बाग पहुंच गया। वहां उसने सीएम के घर की तस्वीरें खींची। उसने वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों से भी बात की और सीएम रेखा गुप्ता से मिलने की इच्छा जाहिर की।
राजेश को यहीं पता चला कि वह कैंप ऑफिस में हर दिन सुबह जनसुनवाई करती हैं। शालीमार बाग से वह कश्मीरी गेट पहुंचा और वहां बाल बनवाए और शेविंग कराई। इसके बाद उसने सिविल लाइंस के गुजराती समाज भवन में रात गुजारी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक उसने पत्नी को सुबह 6 बजे जगाने को कहा था। सुबह समय पर उठकर वह सीएम दफ्तर पहुंच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राजेश दूसरी पंक्ति में था, लेकिन वह सीएम से मिलने को उतावला था। मुख्यमंत्री टेबल के पीछे होने की बजाय आगे जनता के करीब थीं। तभी राजेश ने अचानक उन पर हमला कर दिया।
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