
इन्दौर। ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) को मुख्य मार्ग और शहरी आबादी (urban population) से जोडऩे के लिए पीडब्ल्यूडी (PWD) सडक़ निर्माण (Road Construction) कार्य कर रहा है। विडम्बना (Ironically) कहेंगे कि शहर से लगे अहीरखेड़ी (Ahirkhedi) और जवाहर टेकरी (Jawahar Tekri) के चार किमी मार्ग में भूमि विवाद (land dispute) के कारण तकरीबन ढाई साल से काम बंद है। यहां सडक़ (road) को लेकर भूमि विवाद (land dispute) निपटने का नाम नहीं ले रहा। अब अगर मार्ग बनेगा तो भी दूसरे ठेकेदार (contractor) को बुलाने के लिए प्रक्रिया करना पड़ेगी।
शहर के पश्चिम क्षेत्र जवाहर टेकरी (west zone Jawahar Tekri) को अहीरखेड़ी (Ahirkhedi से जोडऩे वाला चार किमी का मार्ग वर्ष 2017 में मंजूर हुआ था। पीडब्ल्यूडी (PWD) ने इसके लिए निजी एजेंसी (private agency) नियुक्त की थी। तकरीबन ढाई किमी का मार्ग तो एक साल में ही बन गया था, लेकिन इसके बाद डेढ़ किमी के रास्ते में आधा से पौन किमी निजी भूमि (private land) होने से सडक़ को जितनी जगह चाहिए, वह आज तक नहीं मिल पाई और चार किमी का काम चार साल से अधूरा ही पड़ा हुआ है। इसके लिए शासन (government) ने ढाई करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। जितना काम किया गया, उतना ठेकेदार को पेमेंट भी कर दिया गया है। अब अगर आगे काम भी शुुरू होता है तो विभागीय प्रक्रियाएं एक बार फिर से करना पड़ेंगी, यानी नया टेंडर, नया ठेकेदार (contractor) ही इस रोड को पूरा कर पाएगा। क्षेत्रीय लोगों के मनमुटाव (estrangement) के कारण मार्ग का काम पूरा नहीं हो पाया है। विभाग की लाख कोशिशें भी इस विवाद (Despute) को खत्म कराने में नाकाम रही हैं।
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