
नई दिल्ली । अहमदाबाद(Ahmedabad) में विमान क्रैश(Plane Crash) और लगातार कई विमानों में खराबी(Malfunctions in aircraft) जैसे कारणों की वजह से लगातार चर्चा में बने एयर इंडिया(Air India) को एक ताजा चेतावनी मिली है। नागरिक उड्डयन महा निदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया को बेंगलुरु से ब्रिटेन की फ्लाइट्स को उड़ान सीमा से अधिक हवा रखने पर चेतावनी दी गई थी, क्योंकि इन अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स ने निर्धारित उड़ान सीमा 10 घंटे को पार कर लिया था।
एयर इंडिया ने डीजीसीए की तरफ से चेतावनी मिलने की पुष्टि की है। एयर लाइन की तरफ से कहा गया कि पत्र मई में रिपोर्ट की गई दो उड़ानों के कारण दिया गया है। एयर लाइन की तरफ सीमा संबंधी हवाई क्षेत्र बंद होने के प्रभाव को कम करने के लिए यह अनुमति दी गई थी, लेकिन इसकी गलत व्याख्या के कारण यह परेशानी खड़ी हो गई। हालांकि बाद में सही व्याख्या बताए जाने पर इसे तुरंत ठीक कर लिया गया।
गौरतलब है कि डीजीसीए ने 11 अगस्त को जारी एक पत्र में कहा था कि एयर इंडिया को 20 जून को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस नोटिस में एयर लाइन से 16 और 17 मई की उड़ान संख्या AI-133 की मौके पर की गई जांच में खामियों को लेकर जवाब देने के लिए कहा।
डीजीसीए के पत्र के मुताबिक, “जांच के दौरान यह नोटिस किया गया कि एयरलाइन सीएआर में जारी किए गए निर्देशों का भी पालन करने में भी असमर्थ रहा है।”
डीजीसीए के पत्र के मुताबिक इससे पहले भी एयर लाइन को नोटिस भेजा गया था। हालांकि बाद में जब एयरलाइन ने इसका जवाब दिया तो डीजीसीए ने इसको अस्वीकार कर दिया। इसके बाद महानिदेशालय ने एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन को चेतावनी भी दी है।
पत्र में कहा गया, “कारण बताओ नोटिस के जवाब में एयर इंडिया द्वारा जो उत्तर दिया गया है, उसकी विधिवत जांच की गई है। इसके बाद इस नतीजे पर पहुंचा गया कि उत्तर संतोषजनक नहीं है। इसी कारण एयर इंडिया के जवाबदेह प्रबंधक को चेतावनी दी जाती है और सलाह दी जाती है कि वे लागू नागरिक उड्डयन नियमों का कड़ाई से पालन करें।
आपको बता दें नियमों के मुताबिक एक पायलट को अधिकतम 8 घंटे ही उड़ान भरने की अनुमति है। अगर दो पायलट एक साथ हैं तो यह सीमा 10 घंटे तक पहुंच जाती है। इसके बाद पायलट को अगली उड़ान भरने से पहले 16 घंटे का आराम अनिवार्य होता है।
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