
Deputy Secretary of State Antony Blinken testifies on Capitol Hill in Washington, Thursday, Sept. 29, 2016, before the Senate Foreign Relations Committee hearing on Syria. (AP Photo/Jose Luis Magana)
वाशिंगटन । भारत के साथ हमारे सहयोग की सफल कहानी है और वह जारी रहेगी। यह कहना है अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नामित विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकेन (Foreign Minister Tony Blinken) का। वह सीनेट की विदेश मामलों की समिति के समक्ष पेश होकर अपनी भविष्य की योजनाओं को बता रहे थे। इस दौरान ब्लिंकेन ने आक्रामक चीन से सतर्क रहने की बात भी कही। जवाब में चीन ने कहा कि वह अमेरिका के साथ विवादों को दूर कर सहयोगी के तौर पर काम करना चाहता है।
ब्लिंकेन ने कहा, अमेरिकी प्रशासन ने बड़ी सफलता के साथ भारत के साथ संबंध विकसित किए हैं। दोनों देशों के प्रगाढ़ संबंधों की शुरुआत क्लिंटन प्रशासन के समय हुई थी। इसके बाद ओबामा प्रशासन ने इन्हें और मजबूत किया। उस समय दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग शुरू हुआ और हथियारों के सौदे हुए। ट्रंप प्रशासन ने इस सहयोग को और बढ़ाया। हाल के वर्षों में दोनों देशों ने हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र के लिए सहयोग का मजबूत तंत्र विकसित किया।
ब्लिंकेन ने कहा कि हम इस संबंध को और मजबूत बनाएंगे। चीन की विस्तारवादी नीति को रोकने के लिए कार्य करेंगे। भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को और बढ़ाएंगे। ब्लिंकेन ने ये बातें समिति के साथ चार घंटे से ज्यादा चली बैठक में कहीं।
ब्लिंकेन ने कहा, हम पर्यावरण के क्षेत्र में भी भारत के साथ सहयोग बढ़ाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्यावरण सुधार के बड़े समर्थक हैं। वह तकनीक के इस्तेमाल से वैकल्पिक ऊर्जा के उपयोग के पक्षधर हैं। हमारा मानना है कि दोनों देशों का सहयोग इस क्षेत्र में काफी आगे तक जाएगा। ब्लिंकेन ने कहा, उप राष्ट्रपति के रूप में बाइडन भारत के साथ मजबूत संबंधों के पक्षधर थे। जाहिर है अब उनके नेतृत्व में अमेरिका इस संबंध को और आगे बढ़ाएगा।
उल्लेखनीय है कि ब्लिंकेन राष्ट्रपति बराक ओबामा के दूसरे कार्यकाल में उप विदेश मंत्री थे। उसी दौरान वह अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भी रहे थे। 15 अगस्त, 2020 को भारत के स्वतंत्रता दिवस पर ब्लिंकेन ने अमेरिका में समारोह भी आयोजित किया था। उस समय वह बाइडन के प्रचार दल के प्रमुख सदस्य थे।
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