नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच आम आदमी को महंगाई का झटका भी झेलने पर मजबूर होना पड़ रहा है। भारत के सबसे बड़े डेयरी उत्पाद निर्माता अमूल ने सभी श्रेणियों में कीमतों में चार से पांच फीसदी की बढ़ोतरी की है। पिछले साल दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश कोविड-19 महामारी की पहली लहर को कम करने के लिए पूरी तरह से बंद था। लेकिन पिछले साल की तुलना में अब मांग बेहतर होने से कीमतों पर असर पड़ा है।
अमूल-ब्रांडेड उत्पादों के मालिक गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने इस संदर्भ में ब्लूमबर्ग को बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष में कीमतों में वृद्धि नहीं की गई। उन्होंने कहा कि, ‘पिछले साल दूध की कम कीमतों के कारण, हमने एक इन्वेंट्री बनाई (स्किम्ड मिल्क पाउडर के रूप में जिसे अन्य दूध उत्पादों में बदला जा सकता है)। अब जब हमने कीमतें बढ़ा दी हैं, तो हम धीरे-धीरे पिछले साल के स्टॉक को खत्म करना शुरू कर देंगे।’ उनके मुताबिक इस साल वॉल्यूम भी बेहतर है। उच्च कीमत पर इन्वेंट्री के परिसमापन के कारण वित्त वर्ष 2022 में पिछले वर्ष की तुलना में 12 से 13 फीसदी की अतिरिक्त मात्रा होगी।
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