मुख्य धमनी फटने का इलाज ‘टेवर’ तकनीक से: डॉ. अंकित अग्रवाल

  • इंफिनिटी हॉर्ट इंस्टिट्यूट में दमोह के मरीज का सफल उपचार होने पर बची जान

जबलपुर। आम तौर सीने में दर्द हार्ट अटैक की आशंका बताया जाता है। पर ऐसा हमेशा नही होता है। कुछ जान लेवा सीने के दर्द के कारणों में एक मुख्य धमनी का फटना भी होता है। इस तरह की समस्या वाले मरीजों का समय पर उपचार नहीं होने पर मृत्यु की आशंका पचास फीसदी बढ़ जाती है। अब महाकोशल के केंद्र बिंदु जबलपुर में इंफिनिटी हार्ट ऑॅॅफ इंस्टिट्यूट में चिकित्सकों की टीम उपलब्ध है। जो इस गंभीर बीमारी का उपचार टेवर यानी थ्योरैकिक एंडोवस्कुलर औरटिक रिपेयर से कर सकती है। इसी के चलते बीते दिनों यहां पर दमोह निवासी 64 वर्षी सीताराम ठाकुर का उपचार किया गया। 3 अगस्त को इंफिनिटी हार्ट इंस्टिट्यूट में असहनीय सीने और पीठ दर्द की शिकायत लेकर भर्ती हुये थे। मरीज की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मरीज की एंजियोग्राफी की गई, जिसमें ब्लॅाकेज पाये गये, इस बीच चिकित्सकों को आशंका हुई कि यह दर्द नसों में ब्लॉकेज क कारण नही है। उन्हें शरीर की मुख्य धमनी की आशंका हुई।

जिसके बाद मुख्य धमनी का सीटी एंजियो करना तय किया गया। 4 अगस्त को मुख्य धमनी का सीटी एंजियो कराया गया, जिसमें यह बात साफ हो गई कि मुख्य धमनी अंदर से फट गई है और उसमें लीकेज आ गया है। जो गंभीर एवं जानलेवा थी। इसका उपचार तत्काल करना था, इसके लिये विशेषज्ञों की टीम तैयार की गई, जिसने बीमारी के उपचार हेतु टेवर तकनीक का प्रयोग करते हुए मुख्य धमनी में स्टंट ग्राफ्ट डालने का कठिन काम किया और अब मरीज पूरी तरह स्वस्थ्य है। उक्त जटिल उपचार डाक्टर अंकित अग्रवाल एवं उनकी टीम ने बखूबी अंजाम दिया। इस तरह की तकनीक का महाकोशल क्षे्रत्र में पहली बार हुआ है और इससे मरीज के जीवन की रक्षा का बड़ा कार्य किया गया है। इस तरह का पहला प्रकरण माना जाता है। इंफिनिटी हार्ट इंस्टीट्यूट का प्रयास है कि मरीज के उपचार में इस तरह की उन्नत तकनीक का प्रयोग की सुविधा दूसरे महानगरों की तरह जबलपुर में भी मरीजों को मिल सके। ताकि इस तरह की तकलीफ होने पर पीडि़त की जान को बचाने में सहायता हो।

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