नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) के अशांत बलूचिस्तान प्रांत (Balochistan Province) में आतंकी गतिविधियां लगातार जारी हैं और पिछले 24 घंटे में 2 अलग-अलग आतंकवाद से जुड़ी घटनाएं (terrorism related incidents) हुई हैं. बलूचिस्तान प्रांत में 30 और 31 दिसंबर की दरमियानी रात को हुए एनकाउंटर में 5 आतंकवादी मारे गए (5 terrorists killed in encounter). जबकि इसी प्रांत के बोलन जिले के माच इलाके में एक पुलिस थाने को निशाना बनाकर बम धमाका किया गया जिसकी चपेट में आने से 2 बच्चों की मौत हो गई.
सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के अनुसार, 30-31 दिसंबर की रात को खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के बाद सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया जिसमें जवानों और आतंकवादियों के बीच एनकाउंटर शुरू हो गया. कई घंटों चले मुठभेड़ में 5 आतंकवादियों को “नरक भेज दिया गया”. एनकाउंटर के बाद आतंकवादियों के ठिकाने का भी भंडाफोड़ किया गया. वहां से भारी मात्रा में हथियारों, गोला-बारूद और विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया गया.
सेना की ओर से कहा गया कि क्षेत्र में मौजूद अन्य आतंकवादियों को खत्म करने के लिए एक सफाई अभियान चलाया जा रहा है. आईएसपीआर ने अपने बयान में कहा, “पाकिस्तान के सुरक्षा बल, देश के साथ कदम मिलाते हुए, बलूचिस्तान की शांति, स्थिरता और प्रगति को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों को नाकाम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं.”
इसी तरह बलूचिस्तान के बोलन जिले के माच इलाके में एक पुलिस थाने को निशाना बनाकर बम धमाका किया गया, जिसकी चपेट में आए 2 बच्चों की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य लोग घायल हो गए. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह घटना शनिवार को हुई. बम पुलिस थाने की इमारत के ठीक पीछे एक ठेले के नीचे रखा गया था. थाने के पास ही एक छोटा सा बाजार है. रिमोट के जरिए किए गए धमाके के दौरान पास से गुजर रहे 10 और 12 साल के 2 बच्चों की मौत हो गई. जबकि धमाके में चार अन्य लोग घायल हो गए.
पाकिस्तान में पिछले कुछ महीनों में आतंकी हमलों में वृद्धि देखी गई है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में. इन दोनों में आतंकी हमलों की दर बढ़ गई है. एक दिन पहले पाक सेना ने जानकारी देते हुए बताया था कि खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली इलाके में एक ऑपरेशन के दौरान 5 आतंकवादी मारे गए.
जिले में सुरक्षा बलों के एक अभियान के दौरान गोलीबारी में कम से कम 5 आतंकवादी मारे गए. आईएसपीआर के हवाले से कहा गया कि शुक्रवार को अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किए गए. इस अभियान के दौरान दोनों ओर से भीषण गोलीबारी की गई जिसमें राहजेब ख्रुराव समेत पांच आतंकवादी मारे डाले गए.
इस महीने की शुरुआत में, एक ही दिन में दो अलग-अलग आतंकी हमलों में 25 सैनिक मारे गए थे. इनमें एक डेरा इस्माइल खान में एक आतंकवादी हमला भी शामिल था, जिसमें 23 सैनिकों की जान चली गई थी. साल 2023 आतंकवादी हमलों में सेना की ओर से एक दिन में मरने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या थी.
पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर कॉन्फ्लिक्ट एंड सिक्योरिटी स्टडीज (PICSS) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में इस साल 2014 के बाद से सबसे अधिक आत्मघाती हमले हुए, जिनमें से लगभग आधे हमले सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर किए गए. इन हमलों में सुरक्षाबलों के जवानों को खासा खामियाजा भुगतना पड़ा. हमलों में 48 प्रतिशत मौतें और 58 प्रतिशत चोटें सुरक्षा बलों के कर्मियों को हुईं.
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