चुनावी रणनीति में किसान आंदोलन को मुद्दा बनाएगी AAP, पंजाब और हरियाणा में रहेगा फोकस

चंडीगढ़ (Chandigarh) । आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले दिल्ली और पंजाब (Delhi and Punjab) की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) बड़ी तैयारियों में जुटी है। मौजूदा किसान आंदोलन को देखते हुए आप (AAP)की चुनावी रणनीति भी इसी पर फोकस रहने वाली है। ऐसा माना जा रहा है कि पंजाब और हरियाणा में AAP का लोकसभा अभियान किसानों के विरोध प्रदर्शन पर ही केंद्रित होगा। AAP ने पंजाब-हरियाणा सीमाओं पर डेरा डाले हुए किसानों का खुला समर्थन किया है।

गौरतलब है कि आप विपक्षी गठबंधन INDIA का हिस्सा है। इसने पंजाब में सभी 13 संसदीय सीटों पर अपने दम पर और हरियाणा में कांग्रेस के साथ गठबंधन में एक सीट (कुरुक्षेत्र) पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आप ने ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दल कांग्रेस के साथ दिल्ली, गुजरात, गोवा और हरियाणा के लिए सीट बंटवारे को लेकर समझौते को अंतिम रूप दे दिया है। हालांकि, दोनों दलों ने पंजाब में कोई गठजोड़ नहीं करने का फैसला किया है।

पार्टी ‘संविधान बचाओ’ के नारे के साथ बीजेपी के खिलाफ लड़ रही है। इस बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी वाले कानून को लेकर किसानों ने केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इस किसान आंदोलन ने AAP को सत्तारूढ़ पार्टी पर हमला करने के लिए एक बड़ा मुद्दा दिया है।

आप के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, “(किसानों का) मुद्दा जमीनी स्तर तक गूंज रहा है। पंजाब और हरियाणा संसदीय सीटों पर यह हमारा केंद्रीय विषय होगा।’ आप अब यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि मौजूदा केंद्र सरकार किसानों को विरोध प्रदर्शन से रोकने के लिए जो हथकंडे अपना रही है वे संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (बी) के खिलाफ हैं जिसमें शांतिपूर्वक इकट्ठा होने और सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने का अधिकार दिया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, आप के नेता ने कहा, “सच्चाई ये है कि बड़े पैमाने पर कृषि प्रधान राज्य के लोग किसानों और उनके मुद्दों के बारे में सोचते हैं। गांवों तक लोग इस बात से नाराज हैं कि किसानों को दिल्ली तक मार्च करने और अपने मुद्दों को कानून निर्माताओं तक ले जाने की अनुमति नहीं दी गई है। साथ ही, आवाजाही और इंटरनेट पर ये प्रतिबंध बिल्कुल अलोकतांत्रिक हैं। लोग पहले से ही परेशानी महसूस कर रहे हैं।” किसानों के अलावा, आप चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हुई धांधली को लेकर ‘वोट चोरी’ का मुद्दा भी उठाएगी।

आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी लोकसभा चुनावों के लिए संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करने के वास्ते अपनी राजनीतिक मामलों की समिति की मंगलवार को बैठक बुलाई है। आप के एक सूत्र ने कहा, ‘‘पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) लोकसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करने के वास्ते कल एक बैठक करेगी।’’ पार्टी असम के लिए तीन, और गुजरात के भरुच एवं भावनगर सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।

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