कांग्रेस की बैठक में अखिलेश का राग, राज्य में सपा के साथ गठबंधन फायदेमंद; जाति जनगणना ‘सही एजेंडा ‘बताया

नई दिल्‍ली (New Dehli) । आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha elections)में उत्तर प्रदेश में किस दल के साथ गठबंधन (alliance)हो, इस पर कांग्रेस नेताओं ने INDIA गठबंधन (INDIA ALLIANCE)की बैठक से पहले सोमवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ बैठक में खूब माथापच्ची की। पार्टी के राज्य प्रतिनिधिमंडल के अधिकांश नेताओं ने जहां समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन की वकालत की और जाति जनगणना को राज्य के मतदाताओं को लुभाने का “सही एजेंडा” बताया। वहीं कुछ नेताओं ने बसपा सुप्रीमो के साथ गठबंधन करने की भी वकालत की। हालांकि, उन्होंने यह स्वीकार किया कि मौजूदा समय में कांग्रेस या किसी अन्य दल के साथ गठबंधन के लिए मायावती के सहमत होने की संभावना नहीं है।

बैठक में अधिकांश नेताओं ने तर्क दिया कि राज्य में सपा के साथ गठबंधन फायदेमंद हो सकता है, हालांकि, इस दौरान कुछ लोगों का मानना ​​था कि कांग्रेस को सीट बंटवारे में सम्मानजनक संख्या में सीटों का दावा करना चाहिए क्योंकि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और राज्य में अपने बलबूते अच्छा प्रदर्शन करने का उसका इतिहास रहा है। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने टिप्पणी की कि पार्टी को जमीन पर अपनी ताकत के प्रति सचेत रहना चाहिए और उसी के अनुसार कदम उठाना चाहिए।

बैठक में यह भी कहा गया कि इस बार अल्पसंख्यक समुदाय मजबूती के साथ कांग्रेस के साथ है और यूपी में सपा को भी कांग्रेस की उतनी ही जरूरत है, जितनी पार्टी को, इसलिए सीट बंटबारे में अधिक लचीलेपन के प्रति सावधान रहने की जरूरत है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने सुझाव दिया कि मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी से ही चुनाव लड़ना चाहिए।

सूत्रों के अनुसार बैठक में एक नेता ने कहाा कि हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार के बावजूद, राहुल गांधी ने कांग्रेस को एक गंभीर और बड़ा खिलाड़ी के रूप में खड़ा किया है और तर्क दिया कि केवल कांग्रेस पार्टी ही अंततः भाजपा को हरा सकती है।

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