सीबीआई पूछताछ में जीएसटी अधिकारियों से हो सकते है बड़े खुलासे

  • सेंट्रल जीएसटी दफ्तर में सीबीआई के छापे का मामला, अधिकारियों से अब तक 83.26 लाख की राशि सीबीआई ने की बरामद

जबलपुर। सेंट्रल जीएसटी रिश्वत कांड मामले में सीबीआई में गिरफ्तार किए गए आरोपी अधिकारियों को विशेष अदालत में पेश कर दिया। जहां से सीबीआई को 20 जून तक की रिमांड मिल गई है। अब आने वाली 1 हफ्ते में सीबीआई आरोपी अधिकारियों से रिश्वत के मामले में गहन पूछताछ कर सकेगी। गौरतलब है कि 13 जून की शाम को सीबीआई ने शिकायत के आधार पर सेंट्रल जीएसटी के दफ्तर में छापा मारा और 7 लाख की रिश्वत लेते हुए डिप्टी कमिश्नर कपिल कामले समेत पांच अधिकारियों को रंगे हाथों पकड़ लिया। इस मामले में सीबीआई ने जब छानबीन की तो रिश्वत की रकम के अलावा सेंट्रल जीएसटी के दफ्तर में 21 लाख रुपए नगद बरामद भी हुए। इस कार्रवाई के दौरान ही सीबीआई की टीम ने सेंट्रल जीएसटी के अधिकारियों के घरों पर भी छापा मारा और अब तक इस पूरे कार्रवाई में सीबीआई को 83 लाख नगद बरामद हो चुके हैं। कुल मिलाकर कहा जाए सेंट्रल जीएसटी दफ्तर में लंबे समय से रिश्वत का खेल चल रहा था अब इस मामले में सीबीआई आगे चलकर और भी कई गंभीर खुलासे कर सकती है।


क्या है मामला
जानकारी हो कि टैक्स चोरी के आरोप में दमोह जिले में स्थित नोहटा में केजीएच फैक्ट्री पर 19 मई को जीएसटी ने रेड मारी थी। इस दौरान सेंट्रल जीएसटी ने फैक्ट्री को सील कर दिया था और क्लीयरेंस देने के एवज में एक करोड़ की रिश्वत मांगी थी। जीएसटी टीम ने फैक्ट्री के साथ कार भी सीज कर दी थी, जिसके बाद जीएसटी अधिकारी से 35 लाख में फाइनल सौदा हुआ था। रिश्वत की तय रकम 35 लाख में से 25 लाख की रिश्वत एक हफ्ते पहले फरियादी त्रिलोकचंद सेन दे चुका था। इसके बाद परेशान किए जाने पर व्यापारी ने सीबीआई में शिकायत कर दी। मामले में सीबीआई ने कपिल कांबले सुपरिटेंडेंट, प्रदीप हजारे निरीक्षक, सोमेन गोश्वामी सुपरिटेंडेंट जीएसटी, रविंद्र जैनए निरीक्षक जीएसटी, विकास गुप्ता निरीक्षक जीएसटी को गिरफ्तार किया है।

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