आदिवासी क्षेत्रों की सीटों पर भाजपा-कांग्रेस का बराबर कब्जा

14 सीटों पर भाजपा की सेंधमारी से मिली बढ़त

इंदौर। इंदौर संभाग (Indore division) में कुल 37 विधानसभा सीटें हैं और इसमें से 19 आदिवासी सीटें हैं, लेकिन दूसरी जो सीटें हैं, उन पर भी कहीं-कहीं आदिवासी गांव या टोले हैं। इस बार आदिवासी क्षेत्रों में भाजपा को सेंधमारी से अच्छी-खासी बढ़त मिली है। संभाग की 37 सीटों से इंदौर की 9 सीटों को छोड़ दिया जाए तो बाकी 28 सीटों में से आधी-आधी सीटों पर दोनों का कब्जा हो गया है।

बड़वानी जिले की बात की जाए तो यहां चारों सीटें आदिवासी हैं। इनमें 3 पर कांग्रेस का कब्जा है तो एक सीट पर भाजपा जीती है। यूं भी यह इलाका कांग्रेसी बहुल हंै। यहां राजपुर से पूर्व गृहमंत्री बाला बच्चन, सेंधवा से मोन्टू सोलंकी, बड़वानी से राजन मंडलोई चुनाव जीते हैं तो भाजपा के श्याम बर्डे ने पानसेमल सीट पर जीत दर्ज की है। पिछली बार भी यही आंकड़े रहे थे। वहीं खंडवा जिले में दो सीटें आदिवासी, एक एससी तो एक सामान्य हैं, जिसमें से चारों पर भाजपा का कब्जा बरकरार है। मंधाता में नारायण पटेल, हरसूद में विजय शाह, खंडवा में कंचन तनवे तो पंधाना में छाया मोरे विधायक बनी। बुरहानपुर की दोनों सीटों पर भाजपा है। यहां नेपानगर आदिवासी सीट है जहां मंजू दादू चुनी गई है तो पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस बुरहानपुर से जीत गई हैं। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार सुरेन्द्रसिंह उर्फ शेरा भैय्या को हरा दिया। धार सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवारों की बढ़त बरकरार है। यहां सरदारपुर सीट से प्रताप ग्रेवाल, गंधवानी से उमंग सिंघार, कुक्षी से सुरेन्द्रसिंह उर्फ हनी बघेल, मनावर से डॉ. हीरालाल अलावा, धरमपुरी से कालूसिंह ठाकुर, धार से नीना वर्मा, बदनावर से भंवरसिंह शेखावत यहां से चुनाव जीत गए हैं, जिसमें से मात्र दो सीटें धरपुरी और धार भाजपा के कब्जे में आई है। पिछली बार भी यहां यही स्थिति थी। खरगोन जिले में भीकनगांव से झूमा सोलंकी ने कांग्रेस की नंदा ब्राह्मणे को हराया है। बड़वाह से इस बार भाजपा ने सचिन बिरला को अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ाया था और विजयी हुए। पिछली बार यह सीट कांग्रेस के खाते में थी। महेश्वर सीट कांग्रेस से राजकुमार मेव ने छिन ली है तो कसरावद से सचिन यादव, यथावत है। खरगोन से कांग्रेस के रवि जोशी से यह सीट बालकृष्ण पाटीदार ने छिन ली है। भगवानपुरा में केदार डावर ने कांग्रेस के खाते में यह सीट यथावत रखी है। झाबुआ में विक्रांत भूरिया तो पेटलावद में निर्मदा भूरिया, थांदला में वीरसिंह भूरिया कांग्रेस की सीट बचाने में कामयाब रहे हैं, वहीं अलीराजपुर में भाजपा के नागरसिंह चौहान यथावत हैं तो जोबट से यह सीट भाजपा के हाथ से चली गई है यहां सेना पटेल विधायक बनी हैं, जिन्होंने पूर्व विधायक पुत्र विशाल रावत को हराया।

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