महिला मतदाताओं पर भाजपा का फोकस, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर पीएम मोदी कर सकते हैं बड़ी घोषणाएं

नई दिल्‍ली (New Delhi) । आगामी लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से पहले केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) आधी आबादी यानी महिलाओं (women) पर फिर एक बार फोकस बढ़ाने वाली है। दरअसल भाजपा चुनावी हैट्रिक लगाने की कोशिश कर रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha elections) में भाजपा के लिए 370 सीटों का लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य को पाने के लिए महिला मतदाता भाजपा के लिए एक बड़ा फैक्टर साबित हो सकती हैं। यही वजह है कि पार्टी प्रमुख राज्यों में महिला मतदाताओं पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की रणनीति पर काम कर रही है। 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीएम मोदी इस संबंध में कुछ “बड़ी घोषणाएं” कर सकते हैं।

बंगाल से पीएम मोदी ने दिया बड़ा संकेत
सूत्रों के हवाले से लिखा है कि भाजपा बेरोजगारी, महंगाई और कृषि संकट जैसे मुद्दों पर लोगों के एक वर्ग का गुस्सा झेल रही है लेकिन इसको दूर करने के लिए कई प्रमुख राज्यों में महिलाओं के बीच अपना समर्थन आधार बढ़ाने का प्रयास करेगी। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में संदेशखली की घटनाओं पर भाजपा काफी हमलावर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संदेशखालि में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि इस मुद्दे पर पूरा देश गुस्से में है। टीएमसी पर पीएम मोदी के ताजा हमले ने संकेत दिया है कि पार्टी का लक्ष्य बंगाल की महिला मतदाताओं के बीच पहुंच बढ़ाना है ताकि इस बार लोकसभा में अपनी सीटों की संख्या भी बढ़ाई जा सके। भाजपा के तेज विरोध ने टीएमसी को डिफेंस मोड में ला दिया है। यही वजह है कि पार्टी के स्थानीय ताकतवर नेता शेख शाहजहां को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमले के मामले में गिरफ्तार किया गया है।

आगामी लोकसभा चुनावों के लिए वस्तुतः बिगुल बजाते हुए मोदी ने बंगाल के लोगों से आग्रह किया कि वे चोट का जवाब वोट से दें। उन्होंने कहा, “क्या आप ऐसी पार्टी को माफ करेंगे? क्या आप टीएमसी को माफ करेंगे। हर चोट का जवाब वोट से देना है।” सुंदरबन के मुहाने पर स्थित संदेशखालि क्षेत्र टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके साथियों के खिलाफ यौन शोषण और भूमि हड़पने के आरोपों के कारण एक महीने से अधिक समय से हंगामे और प्रदर्शनों से जूझ रहा है। पुलिस ने 55 दिनों से फरार चल रहे शेख को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था। मोदी ने कही, “संदेशखालि की महिलाओं ने मदद मांगी। और उन्हें क्या मिलता है? मुख्यमंत्री ने उन दोषियों को बचाने के लिए हर संभव कोशिश की।” गौरतलब है कि महिला मतदाताओं ने ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी का पुरजोर समर्थन किया है, जिससे 2021 में तीसरी बार सत्ता में वापसी हुई।

चुनाव के लिए माहौल तैयार
गौरतलब है कि पीएम मोदी के 7 मार्च को उत्तर 24 परगना के बारासात में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय बैठक को संबोधित करने की उम्मीद है। केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं की महिला लाभार्थियों के अलावा, संदेशखली की कई महिलाओं के भी इस सम्मेलन में भाग लेने की संभावना है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी चुनाव के लिए माहौल तैयार करना चाहती है।

भाजपा ने पूरे बंगाल में अपने नेताओं से संदेशखली मुद्दे पर बड़े पैमाने पर प्रचार करने को कहा है। इसके अलावा, महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए मोदी सरकार द्वारा की गई पहलों को उजागर करते हुए टीएमसी और अन्य विपक्षी दलों को महिला विरोधी के रूप में पेश करने के लिए भी कहा है। विभिन्न शहरों में भाजपा की महिला कार्यकर्ता इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रही हैं।

छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में दिखा था असर
बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी पार्टी नेताओं के साथ बातचीत में अक्सर उन्हें याद दिलाते हैं कि महिला मतदाता चुनावी परिदृश्य में गेम चेंजर बनने जा रही हैं और उनका समर्थन राजनीतिक परिदृश्य में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगा। पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में पार्टी की हालिया शानदार जीत के लिए अन्य कारकों के अलावा महिला मतदाताओं को भी जिम्मेदार ठहराया। छत्तीसगढ़ में महिलाओं से पीएम मोदी ने वादा किया था कि हर विवाहित महिला को प्रति माह 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। इस वादे ने वास्तव में पार्टी के लिए काम आया। इसलिए, छत्तीसगढ़ सरकार 9 मार्च को महतारी वंदना योजना के तहत जनवरी, फरवरी और मार्च के लिए अपनी तीन किस्तें वितरित करेगी। नवंबर 2023 के विधानसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ में महिला मतदाताओं की संख्या भी अपने पुरुष समकक्षों से अधिक थी। राज्य में मतदान करने वाले कुल 1.56 करोड़ लोगों में से लगभग 78.1 लाख महिलाएं और 77.5 लाख पुरुष थे।

महिलाओं के लिए योजनाओं की तैयारी
अब भाजपा की केंद्रीय इकाई महिलाओं को ध्यान में रखते हुए चुनावी प्रचार सामग्री तैयार करेगी। इसमें मोदी सरकार द्वारा महिलाओं के लिए की गई पहलों का विवरण दिया जाएगा, जिसमें पाइप से पेयजल आपूर्ति और हैंडआउट्स जैसी विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ महिला आरक्षण विधेयक को पारित करना भी शामिल है। इसके अलावा, पार्टी शासित राज्य सरकारें लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले महिलाओं के लिए किए गए अपने वादों को पूरा करने के लिए कदम उठाएंगी।

लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के उम्मीदवारों की सूची में लगभग सभी राज्यों में महिलाओं के प्रतिनिधित्व में वृद्धि देखी जाएगी। इस सप्ताह की शुरुआत में हुई भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की मैराथन पहली बैठक में पीएम मोदी ने दोहराया था कि चुनाव में अधिक महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा जाना चाहिए। भाजपा नेताओं ने कहा कि हालांकि 370 सीटों के लक्ष्य को साकार करने के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए पार्टी के मानदंडों में जीतने की क्षमता को प्राथमिकता दी गई है, लेकिन पीएम चाहते हैं कि पार्टी की सीटों में महिलाओं का पर्याप्त प्रतिनिधित्व हो।

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