नीतीश-तेजस्वी से जुड़े सवाल पर गिरिराज सिंह ने दिया बड़ा बयान, कहा- मुझे तो बस…

नई दिल्ली: बिहार में सत्ता परिवर्तन (change of power in bihar) की सारी पटकथा लिखी जा चुकी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के इर्द-गिर्द खबरें चल रही है कि वह फिर से बीजेपी के साथ मिलकर मुख्यमंत्री बनने की राह देख रहे हैं. वह फिलहाल राजभवन (Raj Bhavan) में हैं, जहां बताया जा रहा है कि वह गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर होने वाले कार्यक्रम के लिए पहुंचे हैं. इस बीच उनके बड़े विरोधी माने जाने वाले गिरिराज सिंह भी पटना में हैं. नीतीश कुमार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उन्हें अयोध्या के बाद अब काशी और मथुरा की बारी है, बस वो ही दिख रहा है.

बिहार में राष्ट्रीय जनता दल यूनाइटेड और लालू यादव की अगुवाई वाली पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के बीच खींचतान चल रही है. नीतीश कुमार कमोबेश पिछले 48 घंटे से मोर्चा खोले हुए हैं और बात गठबंधन तोड़ने तक पर बन आई है. यह पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी इंडिया गठबंधन से अलग हो चुकी हैं और अब बिहार में नीतीश कुमार भी उसी राह पर हैं, गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘INDI गठबंधन’ संतरे की तरह है, ऊपर से फिट-फाट और अंदर से फांके-फांक.’

गिरिराज सिंह नीतीश कुमार से खासा नाराज रहते हैं. मसलन, अपने बयानों में वह अक्सर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हैं. बीते महीने दिसंबर में ही गिरिराज सिंह ने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए एनडीए गठबंधन के सभी रास्ते बंद हैं. महिलाओं पर बयान को लेकर विवाद के बीच गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमारे के बारे में कहा था कि “उनकी दिमागी हालत ठीक नहीं है और वह सीएम पोस्ट के योग्य नहीं हैं.”

एक सवाल के जवाब में कि अगर नीतीश एनडीए में वापस आते हैं तो इसपर उनका रुख क्या होगा? गिरिराज सिंह ने कहा कि वह बीजेपी के एक कार्यकर्ता हैं और कार्यकर्ता की तरह ही रहेंगे. नीतीश कुमार ने 2017 में राजद-कांग्रेस के साथ महागठबंधन तोड़ एनडीए में शामिल हो गए थे, तब राजद ने उनपर पलटूराम का तमगा लगा दिया था. हालांकि, 2022 में वह फिर एनडीए छोड़ महागठबंधन में शामिल हो गए और मुख्यमंत्री बन गए. तब गिरिराज सिंह ने भी उन्हें “पलटूराम” बताया था.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर हैं. आगामी लोकसभा चुनाव से पहले वह इंडिया गठबंधन को भी बल देने के लिए न्याय यात्रा पर फोकस कर रहे हैं. हालांकि, उनकी न्याय यात्रा के पश्चिम बंगाल पहुंचने से पहले ही ममता बनर्जी ने गठबंधन से किनारा कर लिया और राहुल गांधी की यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया. इसी तरह राहुल की यात्रा बिहार से होकर भी गुजरेगी और इससे पहले नीतीश कुमार अगर पाला बदलकर एनडीए में जाते हैं तो यह ना सिर्फ राष्ट्रीय जनता दल बल्कि इंडिया गठबंधन के लिए भी बड़ा झटका होगा.

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