मैं राजू वर्मा अपनी मर्जी से कर रहा हूँ आत्महत्या मेरी मौत का जवाबदार बलीराम शाह व ममता शाह

  • राजू वर्मा सुसाइड मामले में आया नया मोड़

जबलपुर। पूर्व शिक्षा वेद व्यवसाई राजू वर्मा द्वारा खुद को गोली मारने की घटना सामने आई थी जिसके बाद पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई थी ।सभी के मन में एक ही सवाल था आखिर राजू वर्मा द्वारा क्यों गोली खुद को मारी गई । राजू वर्मा वर्तमान में वेंटिलेटर पर हैं। परंतु मामले में आज उस वक्त नया मोड़ आ गया जब राजू वर्मा का सुसाइड लेटर लेकर उनकी धर्मपत्नी व उनका भाई सिविल लाइन थाने पहुंचे। राजू वर्मा की पत्नी ने बताया कि बलीराम शाह नाम का एक आदमी पिछले काफी दिनों से राजू वर्मा को मानसिक रूप से प्रताडि़त कर रहा था, जिसके चलते उनके द्वारा यह कदम उठाया गया। जिससे संबंधित एक लेटर भी राजू वर्मा की धर्मपत्नी द्वारा जारी किया गया है जो कि तथाकथित रूप से राजू वर्मा का सुसाइड पत्र बताया जा रहा है

राजू वर्मा की पत्नी ने शिकायत में क्या कहा
शिकायतकर्ता के अनुसार मेरे पति शहर के प्रतिष्ठत बिलडर एवं शिक्षाविद के रूप में कई वर्षों से कार्य कर रहे है। मेरे पति ने डिलाईट सिविल लाईन में रॉलय डिलाईट प्लेटिनम एवं रॉलय डिलाईट डायमंड रहवासी बिल्डिंग का निर्माण कराया। दिनांक 25/04/2018 को बलीराम शाह ने डिलाईट प्लेटिनम में फ्लैट क्र 305 खरीदा क्रय दिनांक से ही बलीराम शाह ,उसकी पत्नी ममता शाह ,वंदना अग्रवाल के साथ मिलकर मेरे पति को मानसिक रूप से प्रताडित करते रहे। दिनांक जून 2021 को बलीराम शाह, उसकी पत्नी ममता शाह एवं वंदना अगवाल मेरे पति के ऑफिस आये और उन्होने सातवे माले में स्थित 2 फ्लैट में से एक फ्लैट देने कि मांग की, जब मेरे प्रति द्वारा उनको मना कर दिया तो उन्होंने मेरे पति के विरुद्ध कई फर्जी केस संस्थित किये एवं मामलो में समझौते के स्वरूप 30 लाख कि डिमांड की। दिनांक अप्रैल 2022 को बलीराम शाह, उसकी पत्नी ममता शाह एवं वंदना अग्रवाल ने पुन: ऑफिस में आकर मेरे पति कि साथ अभद्रता एवं पैसे ना देने की स्थिती में जान से मारने कि धमकी दी की ।मेरे पति का स्वास्थ्य अच्छा ना रहने के कारण यह इस अभद्रता से काफी आहत थे।


बलीराम शाह अनुसूचित जाति से संबंधित है इस बात को लेकर उसने कई बार मेरे पति को अनुसूचित जाति एवं अनूसुचित जनजाति अधिनियम के अधीन मुकदमा लगाने कि भी धमकी दी। कुछ दिन पूर्व बलीराम शाह एवं अन्य द्वारा मेरे साथ भी अभद्रता की गई थी, जिसकी जानकारी मैंने अपने पति को दी। जब मेरे पति ने बलीराम शाह एवं अन्य से इस संबंध में बात की तो उसने मेरे पति को अभद्र गालिया दी एवं कहा कि अगर तुम मुझे 30 लाख रूपये नहीं दोगे तो तुम्हारे परिवार को इस स्थिति में पहुंचा दूंगा कि तुम्हारे पास आत्महत्या के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं बचेगा, उसके बाद गालियां देता हुआ वह चला गया। इसके बाद मेरे पति की तबियत खराब हो गई और मुझे उन्हे लेकर उनके इलाज हेतु बॉम्बे ले जाना पड़ा। मैं दिनांक 29/09/2022 को अपने पति को लेकर जबलपुर वापिस आई। मेरे पति बहुत ही मानसिक रूप से व्यथित थे। वह मुझे लगातार बोल रहे थे कि बलिराम शाह उसकी पत्नी ममता शाह एवं वंदना अगवाल मुझे जीने नही देंगे। मैंने उन्हें समझाया सब अच्छा होगा आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखो।
मेरे पति ने अपना जीवन सम्मानपूर्वक व्यतीत किया है, वह बलीराम शाह एवं अन्य के द्वारा की जा रही अभद्रता से आहत थे। उन्हें इन लोगो ने इस स्तर पर प्रताडित किया की उन्हें अपने प्राणो का त्याग ही उचित विकल्प लगा और उन्होंने दिनांक 01/10/2022 को अपनी लायसेंसी रिवाल्वर से आत्महत्या का प्रयत्न किया। आज दिनांक 12/10/2022 को वह मेडिकल की सुपर स्पेशिलिटी बिल्डंग में न्यूरो आई0सी0यू0 में जिदगी एवं मौत की लड़ाई लड़ रहे है।

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