खाकी की आड़ में पुलिस आरक्षक ही देता था लूट की वारदातो को अंजाम!

  • गौर चौकी पुलिस के हत्थे चढ़ा एसएएफ आरक्षक, मामले की जांच में जुटी पुलिस

जबलपुर। पुलिस की वर्दी को देखते ही आमजन में एक सुरक्षा का भाव जागृत हो जाता है। पुलिस को देखकर आमजन अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं। लेकिन जब आमजन की रक्षा करने वाली खाकी ही भक्षक बन जाए तो फिर इसे क्या कहा जाएगा। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है जिसमें एक एसएएफ पुलिसकर्मी द्वारा वर्दी की आड़ में लोगों से लूटपाट की जाती रही। लेकिन गुनाह आखिर कब तक छिपता एक पीड़ित की शिकायत नागौर चौकी पुलिस ने आरोपी वर्दीधारी को हिरासत में लिया है और पुलिस द्वारा आरोपी से लूट की वारदातों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।

क्या है मामला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गौरा चौकी पुलिस में लूट की एक शिकायत के आधार पर छठवीं बटालियन में पदस्थ एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता को गौर चौकी पुलिस ने हिरासत में लिया है। सूत्रों की माने तो आरक्षक अतुल गुप्ता द्वारा अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर वर्दी के आड़ में रात के अंधेरे में लोगों को शिकार बनाया जाता था और उनसे लूटपाट की जाती थी। फिलहाल पुलिस ने आरक्षक अतुल गुप्ता निवासी ग्वारीघाट थाना अंतर्गत को अभिरक्षा में लेते हुए मामले की बारीकी से जांच शुरू कर दी है। वहीं सूत्रों की माने तो जानकारी यह भी है कि पुलिस पूछताछ में हिरासत में लिए गए एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता द्वारा की गई कई लूटो का खुलासा हो सकता है।

अग्निबाण कल करेगा खुलासा
एसएएफ छठवीं बटालियन रांझी में पदस्थ आरक्षक अतुल गुप्ता निवासी ग्वारीघाट थाने के सामने द्वारा लंबे समय से लूट की वारदातों को अंजाम दिया जा रहा था। अग्निबाण को भी कुछ ऐसे साक्ष्य प्राप्त हुए हैं जिसमें पीड़ितों ने एसएएफ आरक्षक अतुल गुप्ता द्वारा उनके साथ हुई लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। अगले अंक में अग्निबाण द्वारा खुलासा किया जाएगा कि किस तरह और किन लोगों के साथ अतुल गुप्ता द्वारा इन लूटपाट की घटनाओं को अंजाम दिया गया है।

पूरे मामले की जानकारी लगने पर दोषी आरक्षक के खिलाफ जांच बिठाई गई । शिकायत के तथ्यों की बारीकी से छानबीन के बाद आरोप काफी हद तक सही पाये गये हैं। और आरक्षक के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्यवाही की अनुशंसा की गई है।
संजय अग्रवाल, ए.एस.पी.

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