जबलपुर में हाईकोर्ट परिसर में वकील का शव रखकर वकीलों ने किया हंगामा, आगजनी और तोड़फोड़

जबलपुर । जबलपुर उच्च न्यायालय (Jabalpur High Court) के एक वकील की खुदकुशी करने को लेकर शुक्रवार शाम को करीब चार बजे अधिवक्ताओं ने जमकर हंगामा किया। आक्रोशित वकीलों ने कोर्ट परिसर (court premises) में शव रखकर प्रदर्शन करते हुए वकीलों के चैंबर में तोड़फोड़ की और आग लगा दी। वकीलों ने धरना प्रदर्शन भी किया। पुलिस को हालात पर काबू पाने के लिए वकीलों पर लाठीचार्ज करना पड़ा।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को सुबह दुष्कर्म के आरोपित टीआई के केस की सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के वकीलों में विवाद हो गया था। जिसके बाद वकील अनुराग साहू ने घर जाकर फांसी लगा ली थी। इसी मामले को लेकर उच्च न्यायालय परिसर में हनुमान मंदिर के सामने मृतक वकील के शव को रखकर आक्रोशित वकीलों ने घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए हंगामा शुरू किया। इस दौरान कुछ आक्रोशित वकीलों से संबंधित कोर्ट व मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के आसपास तोड़फोड़ भी कर दी। वरिष्ठ अधिवक्ता मनीष दत्त के स्टेट बार भवन में बने कार्यालय में तोड़फोड़ के साथ आग लगा दी। फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू पाया गया। आक्रोशित वकीलों को नियंत्रित करने पुलिस को हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।


अधिवक्ताओं का आरोप था कि शुक्रवार सुबह युवा अधिवक्ता अनुराग साहू महिला आरक्षक से दुष्कर्म के आरोपित टीआई संदीप अयाची की जमानत अर्जी का विरोध करने न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की कोर्ट में खड़े हुए थे। इसी दौरान जज व वरिष्ठ अधिवक्ता से तर्क के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिससे अवसादग्रस्त होकर साहू सीधे घर गया और आत्महत्या कर ली। इसकी जानकारी लगते ही सैकड़ों की संख्या में वकील नारेबाजी करने लगे। वे अनुराग का शव उसके घर से लेकर हाई कोर्ट परिसर आ गए। उनका आरोप है कि कोर्ट में जो हुआ, उसकी जांच हो।

अधिवक्ताओं का आरोप है कि जज के गलत कमेंट पर एडवोकेट अनुराग साहू ने आत्महत्या की, जिसके कारण अधिवक्ता अनुराग साहू के शव को उच्च न्यायालय परिसर के अंदर रखा गया है, जिस पर घटनास्थल पर एसपी, कलेक्टर एवं बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। हाई कोर्ट में प्रदर्शन के बाद मध्य प्रदेश के सभी अधिवक्ता शनिवार से कामबंद हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।

Leave a Comment