भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन की ऊपर से हो सकती है शुरुआत

जिलाध्यक्ष बदलेंगे, पार्टी कर सकती है आंतरिक सर्जरी

इंदौर। मध्यप्रदेश सहित तीन राज्यों में पिछले साल सत्ता पर काबिज हुईभाजपा में अब नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट नजर आने लगी है। हालांकि पार्टी की आंतरिक लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत ही नए पदाधिकारियों का चुनाव किया जाएगा। देश से लेकर स्थानीय स्तर पर अध्यक्षों का कार्यकाल दूसरे दौर में चल रहा है। पार्टी में दो बार से ज्यादा अध्यक्ष बनाने का नियम नहीं है। इसलिए हो सकता है कि लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा में सर्जरी हो, वहीं इंदौर जिले को नया अध्यक्ष भी मिलना है।

जेपी नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष और वीडी शर्मा का प्रदेश अध्यक्ष का दूसरा कार्यकाल चल रहा है। पिछले साल ही इनका कार्यकाल समाप्त हुआ था और कयास लगाए जा रहे थे कि पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है, लेकिन सभी का कार्यकाल एक बार और बढ़ा दिया गया। चूंकि अब 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में पार्टी लग गई है, इसलिए वह किसी तरह का बड़ा बदलाव नहीं कर सकती है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि कुछ जिलाध्यक्षों को लेकर फैसला लिया जा सकता है। अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनाव के बाद फिर कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। इसको लेकर भी पार्टी तैयारी कर रही है। फिलहाल तो मध्यप्रदेश जैसे राज्य में 163 सीटें प्राप्त करने वाली भाजपा नेतृत्व परिवर्तन करने के मूड में नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के नेतृत्व में ही लोकसभा का चुनाव लड़ा जाना है। कुछ जिलों में जहां पार्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा था, वहां आंतरिक सर्जरी किए जाने की खबर है। इंदौर जैसे जिले में जहां के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर अब विधायक हो गए हैं, वह पद खाली पड़ा है। हालांकि इस पर घनश्याम नारोलिया को प्रभारी बना रखा है। सूत्रों का कहना है कि जिलाध्यक्ष को लेकर नए नाम की घोषणा जल्द की जा सकती है। इसके लिए कई नाम कतार में हैं और अपने-अपने स्तर पर वे जिलाध्यक्ष पद के लिए लगे हुए हैं। नगर अध्यक्ष को लेकर अभी कोई फैसला नहीं होना है, क्योंकि जिस तरह से जिले की सभी सीटें भाजपा के पक्ष में आई हैं, उससे पार्टी स्थानीय स्तर पर कोई परिवर्तन नहीं करेगी।

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