मकर संक्रांति : मां पांढरीपाठ दरबार में उमड़ा आस्था का रेला

  • सुबह से देर रात तक पहुंचते रहे श्रद्धालु, चाक चौबंद रही व्यवस्था

जबलपुर। मकर संक्रांति के मौके पर शनिवार को लांजी के ग्राम वारी स्थित मां पांढरीपाठ दरबार में माता की पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भीड़ लगी। सुबह काफी ठंड रहने के बावजूद मंदिर परिसर में माता के पूजा अर्चना के लिए पहुंचे। इस बीच भीड़ को नियंत्रित रेखने के लिए स्थानीय प्रशासन एवं मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य टिंकू ठाकुर, पवन कश्यप, राजू रामटेक्कर, क्रांति नगपुरे, सुभाष चन्ने एवं उनकी टीम पूरी तरह मुस्तैद थे। माता की पूजा अर्चना के लिए भक्तों की लंबी कतार मंदिर के बाहर इक_ा हो गई। दूसरी ओर मंदिर में भजन गायिका सोनम पंवार एवं गु्रप द्वारा माता के भजनो की सुमधुर प्रस्तुति से मौजूद भक्त भावविभोर हो उठे, भजन गायिका के साथ-साथ माता की भक्ति में झूमने लगे।

श्रद्धालुओं ने लिया मेले और नौका विहार का आनंद
संक्राति पर्व पर मंदिर पहुंचे श्रद्धालु भक्तों ने जहां मंदिर परिसर के चारों ओर घूमकर गौमाता, और अन्य देवी देवताओं के दर्शन किये साथ मंदिर परसिर के ठीक सामने आयोजित मेले का भी आंनद लिया वहीं खराड़ी जलाशय में नौका विहार का भी खूब आनंद लिया। इस दौरान मेला आयोजकों द्वारा मेले में तरह के झूले और व्यंजनों के प्रतिष्ठान लगाए गए थे जिसका मंा पांढरीपाठ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने जमकर लुत्फ उठाया। मंदिर में रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु भक्तगण अपनी मनोकामना पूर्ण करने लिए माता की आराधना करने आते हैं। देवीधाम में तीज त्यौहार के समय विशेष कार्यक्रम होते है जिसके चलते लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।


कोटेश्वर मंदिर, बालाजी मंदिर, लांजी किला में भी उमड़े लोग
मकर संक्रांति के अवसर पर मां पांढरीपाठ दरबार के अलावा धर्मनगरी कहे जाने वाले लांजी के कोटेश्वर मंदिर, बालाजी मंदिर, मां काली मंदिर और सुप्रसिद्ध लांजी का किला भी लोगों की भीड़ का गवाह बना। जहां पहुंचकर लोगों ने माथा टेककर आशीर्वाद प्राप्त किया और भक्तिभाव के साथ संक्रांति का पर्व मनाया। इस दौरान शहर में जमकर ट्रेफिक देखने को मिला और इन सिद्धपीठों में दो पहिया और चौपहिया वाहनों को लंबी कतारें देखने को मिली।

दूसरे दिन भी मनाया जायेगा संक्रांति पर्व
श्रद्धालुओं द्वारा पर्व स्नान रविवार को कियागया। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है। वहीं दान का महत्व होने से खिचड़ी, अनाज, कपड़े, कंबल, शाल आदि गरीबों और ब्राह्मणों को दान कर पुण्य लाभ लेते है। नवग्रह मंदिर में मकर संक्राति पर्व पर नवग्रहों का भव्य श्रृंगार किया जाता है। मालूम हो कि मां पंाढरीपाठ दरबार में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रद्धालुओं का रेला सुबह से लेकर देर रात तक लगा रहा जहां भीड़ में बिछुडऩे की चिंता की वजह से एक-दूसरे का हाथ थाम कर भी लोग चलते रहे, ताकि साथ न छूटने पाए।

भजन गायिका सोनम पंवार ने दी माता के भजनों की सुमधुर प्रस्तुति
माँ पांढरी पाठ दरबार में 14 जनवरी को मकर सक्रांत पर्व पर बालाघाट जिले की गायिका सोनम पंवार एवं गीतकार हरिओम बालाघाटी द्वारा माता के भजनों की शानदार प्रस्तुति दी गई। गायिका सोनम पंवार द्वारा मां पांढरी पाठ माई के नाम के भजनों के अलावा मां बुला रही हैं, मां पांढरी पाठ माई की आरती तथा स्वयं के रचित भजनों एवं गीतों की प्रस्तुति दी गई। इस दौरान सोनम पंवार ग्रुप के संचालक हरिओम बालाघाटी, संचालक हमेन्द्र चौधरी, आर्गन पर गुलशन पंवार, बेन्जो पर छोटू भाई, ढोलक वादक आशीष, तबला वादक अक्कू भाई तथा पेड पर शैलू ने संगीत में समां बांध कर गायकों का साथ दिया। भक्तिमय आर्केस्ट्रा के भजनों और गीतों की प्रस्तुति पर भक्तों ने भक्ति की गंगा में डुबकी लगा कर नृत्य भी किया।

Leave a Comment