निजी स्कूलों की तर्ज पर इंदौर के 40 सरकारी स्कूलों में नर्सरी

नया सत्र नई व्यवस्था, प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाएं लगेंगी
इंदौर।   शिक्षा (Education) के क्षेत्र में नवाचार और नई व्यवस्थाओं ( new system) का लगातार क्रियान्वयन हो रहा है। निजी स्कूलों (private schools) की तर्ज पर अब सरकारी स्कूलों में भी नर्सरी और प्राइमरी की दो कक्षाएं इस सत्र से इंदौर जिले में शुरू की जा रही हैं। 40 स्कूलों में यह नई व्यवस्था 15 जून से शुरू होगी। इसके लिए अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था के निर्देश भी डीपीसी को जारी किए गए हैं।

राज्य शिक्षा केंद्र के अंतर्गत नर्सरी से कक्षा 8 तक की शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। जिलास्तर पर जिला प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर (डीपीसी) इन व्यवस्थाओं को संचालित करते हैं। इस बार राज्य शिक्षा केंद्र में इंदौर जिले में नर्सरी, प्री-प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं। जिले के शहरी क्षेत्र में 6, इंदौर ग्रामीण में 7, देपालपुर में 7, महू में सर्वाधिक 15 और सांवेर में 5 सरकारी स्कूलों में इस बार नर्सरी और प्राइमरी के विद्यार्थियों की कक्षाएं संचालित होंगी। इन स्कूलों में दो-दो कक्ष निर्धारित करने के निर्देश हंै। नन्हे बच्चों को पढ़ाने के लिए दो-दो गेस्ट फैकल्टी भी रखना अनिवार्य रहेगा। राज्य शिक्षा केंद्र की ओर से नर्सरी के लिए तीन से चार वर्ष, प्री-प्राइमरी के लिए चार से पांच, प्राइमरी के लिए 5 से 6 वर्ष प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी की आयु सीमा तय की गई है।

चुनाव बाद समय सीमा में हो जाएंगी व्यवस्थाएं
नई व्यवस्था के अंतर्गत स्कूलों का चयन तो कर लिया गया है। डीपीसी शांत स्वामी भार्गव ने बताया कि नन्हे बच्चों के प्रवेश एवं स्कूलों में देखभाल के लिए दो अतिरिक्त शिक्षकों की व्यवस्था भी करने के निर्देश हैं। चुनाव के बाद तय समयसीमा में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी।

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