लोगों को रास नहीं आया कंपनी का फैसला, निवेशकों के डूबे 10660 करोड़ रुपए

डेस्क: कर्ज के बोझ से दबी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयर में बुधवार को 14 प्रतिशत की गिरावट आई. हालांकि, कंपनी ने मंगलवार को अपनी धन जुटाने की योजना की घोषणा की है, लेकिन इससे निवेशकों की धारणा को बेहतर करने में मदद नहीं मिली. बीएसई पर कंपनी का शेयर 14 प्रतिशत गिरकर 13.70 रुपये पर आ गया. यह इसकी निचली सर्किट सीमा है. इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी का शेयर 14 प्रतिशत टूटकर 13.70 रुपये की अपनी निचली सर्किट सीमा पर आ गया. जिस कारण निवेशकों के 10660 करोड़ रुपए डूब गए.

वोडाफोन आइडिया ने मंगलवार को कहा था कि उसके निदेशक मंडल ने जून तक प्रवर्तकों तथा अन्य निवेशकों से इक्विटी के रूप में 20,000 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है. कंपनी यह राशि 5जी सेवाओं को पेश करने और 4जी को मजबूत करने के लिए जुटाना चाहती है.कर्ज के बोझ से दबी कंपनी का इरादा इक्विटी और ऋण के जरिये कुल 45,000 करोड़ रुपये जुटाने का है. कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी 33 प्रतिशत से कुछ अधिक है.

स्टॉक एक्सचेंज के पास दाखिल किए गए रेग्यूलेटरी फाइलिंग में वोडाफोन आइडिया ने बताया कि2 अप्रैल 2024 को कंपनी के शेयरहोल्डर्स की बैठक होगी जिसमें फंड जुटाने की मंजूरी ली जाएगी. कंपनी ने बताया कि पोस्ट-शेयरहोल्डर्स अप्रूवल के बाद आने वाले तिमाही में इक्विटी फंड जुटाने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा.

5जी सेवा किया जाएगा रोलआउट
कंपनी ने बताया कि इक्विटी और डेट फंड के जरिए कंपनी 4जी कवरेज को बढ़ाने के साथ 5जी सेवा के रोलआउट के साथ विस्तार योजना पर खर्च करेगी. इस निवेश के जरिए कंपनी को प्रतिस्पर्धा में खुद को बोहतर करने के साथ बेहतर कस्टमर सर्विस दे सकेगी.

Leave a Comment