फिर यात्रा पर राहुल गांधी: 15 राज्य, 6700 KM का सफर, देखिए इस बार की यात्रा का पूरा प्लान…

नई दिल्ली। राहुल गांधी (Rahul gandhi) की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ रविवार (14 जनवरी) से शुरू होने जा रही है. राहुल गांधी के नेतृत्व में ये यात्रा इंफाल (Imphal) से शुरू होकर 20 मार्च को मुंबई (Mumbai) में समाप्त होगी. इंफाल में इस यात्रा को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. ये यात्रा थौबल जिले के खांगजोम से शुरू होगी. 66 दिनों तक चलने वाली ये भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. ये यात्रा पैदल और बस के जरिए की जाएगी. इस दौरान राहुल गांधी जगह-जगह रुककर स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे और जनसभाओं को संबोधित करेंगे. 67वें दिन यात्रा के समापन पर राहुल प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर सकते हैं.

खांगजोम युद्ध स्मारक एक ऐतिहासिक स्मारक है, जिसका उद्घाटन 2016 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस सरकार के दौरान किया था. यह 1891 में हुए आखिरी एंग्लो-मणिपुर युद्ध के शहीदों की याद में बनाया गया है.

कांग्रेस के मुताबिक रविवार को राहुल गांधी सुबह 11 बजे इंफाल पहुचेंगे और खोंगजोम युद्ध स्मारक जाएंगे. इसके बाद यात्रा से पहले थोबल में एक सभा होगी. फिर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी के नेृतत्व में शुरू होने जा रही इस दूसरी यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे. यात्रा के दौरान INDIA गठबंधन के तमाम नेताओं के शामिल होने की भी संभावना है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभी विपक्षी पार्टियों के अध्यक्षों को यात्रा में शामिल होने का न्योता भेजा है. इसके अलावा कई और हस्तियां भी इस यात्रा में शामिल होंगी

15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरेगी यात्रा

राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस दौरान ये यात्रा 6713 किलोमीटर लंबा दायरा कवर करेगी. ये यात्रा मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र के मुंबई पहुंचेगी. यहां यात्रा का समापन होगा.

जानिए किस राज्य में कितनी दूरी करेगी तय

-मणिपुर में 1 दिन में चार जिलों में 107 किमी चलेगी यात्रा
-नगालैंड में दो दिन में 5 जिलों में 257 किमी चलेगी यात्रा
-असम के 17 जिलों में 8 दिन में 833 किमी यात्रा चलेगी
-अरुणाचल प्रदेश में एक दिन में 55 किमी यात्रा चलेगी
-मेघालय में एक दिन में 1 जिले में 5 किमी यात्रा चलेगी
-पश्चिम बंगाल में 5 दिनों में 7 जिलों में 523 किमी यात्रा चलेगी
-बिहार में चार दिनों में सात जिलों में 425 किमी यात्रा चलेगी
-झारखंड में 8 दिनों में 13 जिलों में 804 किमी यात्रा चलेगी
-ओडिशा में चार दिन चार जिलों में 341 किमी यात्रा चलेगी
-छत्तीसगढ़ में पांच दिनों में सात जिलों में 536 किमी यात्रा चलेगी
-उत्तर प्रदेश में 11 दिन में 20 जिलों में 1074 किमी यात्रा चलेगी
-मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिन में 9 जिलों में 698 किमी चलेगी
-राजस्थान में 1 दिन में यात्रा 2 जिलों में 128 किमी चलेगी
-गुजरात में पांच दिनों में सात जिलों में 445 किमी यात्रा चलेगी
-महाराष्ट्र में यात्रा पांच दिनों में 6 जिलों में 479 किमी चलेगी

समाज के लिए न्याय की मांग: जयराम रमेश

यात्रा से एक दिन पहले शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह यात्रा एक वैचारिक लड़ाई है जिसे कांग्रेस ने ध्रुवीकरण की राजनीति और सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अन्याय के खिलाफ शुरू किया है. यह चुनावी यात्रा नहीं एक राजनीतिक दल की वैचारिक यात्रा है. भारत जोड़ो यात्रा नफरत और हिंसा की राजनीति के खिलाफ देश भर में प्यार और सद्भाव की मांग के लिए थी. अब न्याय यात्रा देश के लोगों के लिए न्याय की मांग के लिए है.

रोजाना दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे राहुल

जयराम रमेश ने बताया कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी हर दिन दो जनसभाओं को संबोधित करेंगे. इसके अलावा, वह हर दिन समाज के विभिन्न वर्गों से 20 से 25 लोगों से मिलेंगे. वह नागरिक समाज ग्रुप्स के साथ भी बातचीत करेंगे. अगले 11 दिनों के दौरान यात्रा देश के पांच उत्तर पूर्वी राज्यों में रहेगी. 23 जनवरी को राहुल गांधी घोषणापत्र के सिलसिले में गुवाहाटी में लोगों से जनसंवाद करेंगे.

पहली यात्रा ने तय की थी 4 हजार किमीं की यात्रा

बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा का पहला चरण 7 सितंबर, 2022 को तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुआ था और जनवरी 2023 में श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर में समाप्त हुआ था. इस दौरान राहुल गांधी ने लगभग 4,080 किलोमीटर की दूरी तय की थी. यह रैली 126 दिनों में 12 राज्यों के 75 जिलों से होकर गुजरी. ये अब तक भारत की सबसे लंबी पदयात्रा है. राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के खत्म होने के बाद कई बार अपने अनुभव साझा किए थे.

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