मुनाफे के लिए बच्चों की जान जोखिम में डाल रहे स्कूल संचालक

  • प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा

जबलपुर। क्या आपके बच्चे भी स्कूल वैन से पढऩे जाते हैं। यदि हां तो फिर आपको सतर्क रहने की जरूरत है। आपके बच्चे स्कूल में कैसी पढ़ाई करते हैं इस बात की जानकारी तो आप ले लेते हैं, लेकिन बच्चे यदि स्कूल वैन से स्कूल जा रहे है तो कभी उनसे ये भी पूछिए की उन्हें किस तरह वैन में बैठाकर लाया लेजाया जाता है और वो किस तरह की परेशानियों से गुजर कर स्कूल आते जाते हैं। प्राइवेट स्कूल संचालक थोड़े से मुनाफे के लिए बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे जिसका जीता जागता नमूना आए दिन सड़कों पर देखने मिलता है। सरकार के सख्त निर्देश के बावजूद भी सारे नियम कायदों को ताक में रखकर स्कूल वैन में क्षमता से अधिक बच्चे बैठाए जाते हैं, जिसे किसी न किसी बड़े हादसे को न्यौता देने से कम नहीं माना जा सकता।


जबलपुर के पाटन रोड स्थित एक प्राइवेट स्कूल की जब छुट्टी हुई तो किस तरह एक वैन में 15 से 20 बच्चों को बैठाकर ले जाया जा रहा था ये साफ तौर पर देखा जा सकता है। जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद हो गई और साफ तौर पर स्कूल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हो रही है। ऐसा किसी एक स्कूल में नहीं बल्कि हर स्कूल की वैन में इसी तरह बच्चो को बैठाकर नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है और बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जाता है। इसके बाद भी प्रशासन को ये सब नजर नहीं आता। वहीं इस पूरे मामले में जब जबलपुर आरटीओ जितेंद्र रघुवंशी से संपर्क किया गया तो वो अब इस तरह से स्कूल वैन में बच्चो को लाना ले जाना नियम के विरुद्ध बता रहें हैं और कार्यवाही की बात कर रहे हैं। देखना यह होगा की समय रहते प्रशासन का ध्यान इस ओर आकर्षित हो पाएगा या फिर किसी बड़ी घटना के बाद ही प्रशासन नींद से जागेगा।

स्कूल वैनों में ओवरलोडिंग करना पूरी तरह से नियम विरुद्ध है और यह बच्चों की सुरक्षा के लिए नहीं है। जल्द ही हम एक अभियान चलाकर इस तरह से ओवरलोडिंग करने वालों के खिलाफ कार्यवाही कर वाहनों की जब्ती भी करेंगे।
जितेंद्र रघुवंशी, आरटीओ, जबलपुर

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