गेमिंग की लत के कारण छात्र ने खुद का अपहरण करवाया
- अब दोस्तों सहित जाना पड़ेगा जेल
उज्जैन। इन दिनों मोबाईल गेमिंग की लत का शिकार छात्र एवं युवा हो चुके हैं और ऐसे ही एक मामले में बीए के एक छात्र ने खुद का अपहरण करवा लिया ताकि घरवालों से पैसा लिया जा सके और अब पुलिस परेशान होने के बाद आरोपी और दोस्तों को पकड़कर जेल पहुँचाने की तैयारी कर रही है।
माधवनगर थाना पुलिस ने बताया कि माकड़ोन के समीप ग्राम नांदेड़ निवासी नितेश मीणा किराए से कमरा लेकर मक्सीरोड स्थित कंचनपुरा में किराए से रहता है। 3 दिन पहले उसका अपहरण हो गया था और उसके परिजनों को वीडियो डालकर अपहर्ता ने 50 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। परिवारजनों की शिकायत पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया था और तलाश शुरू की तो परसों रात नितेश को तराना स्टेशन से बरामद कर लिया गया था। नितेश पहले तो पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन सख्ती से पूछताछ में सही बात कबूल कर ली। वह ऑनलाईन गेमिंग में रुपए हार गया था और इसी के चलते उसने परिजनों को झूठी अपहरण की कहानी सुनाकर रुपए वसूल लिए थे। पुलिस ने उसे और उसके दोस्त को पकड़ लिया था और अब दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जेल भेजा जाएगा।
कम उम्र के बच्चे और युवा हो रहे हैं खतरनाक ढंग से शिकार
बच्चों और युवाओं में मोबाईल के गेमिंग ऐप्प इस कदर लोकप्रिय हो गए हैं कि वे आठ से 10 घंटों पर मोबाईल पर गेम खेल रहे हैं और उनकी आंखें कमजोर हो रही हैं तथा स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। मोबाईल के पैसों के लेन-देन वाले गेम में तो पूर्व में किशोरों की जान भी जा चुकी है। सरकार को चाहिए कि वह इन गेमिंग ऐपों पर प्रतिबंध लगाए या कोई निर्धारित गाईड लाईन जारी करे।